ASP.NET – ADO.NET Database Fundamentals

ASP.NET, Microsoft.NET Platform के कई हिस्सों में से एक है और .NET और कुछ नहीं बल्कि Modern Languages व Classes का एक समूह मात्र है जो हमें Error Handling से लेकर XML Documents को Analyze करने तक सबकुछ करने की सुविधा Provide करता है।

ASP.NET की तरह ही इस Chapter में हम Microsft.NET Platform के एक और Part ADO.NET Data Access Model के बारे में कुछ Basic जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसके द्वारा Provide की जाने वाली Classes का प्रयोग करके हम किसी भी Backend Database के साथ Interaction करने की सुविधा प्राप्त करते हैं।

हालांकि इस Chapter में हम ADO.NET Data Access Model के केवल Basic Concepts के बारे में ही जानेंगे, क्‍योंकि इस पुस्तक का मूल Concept ASP.NET है न कि ADO.NET और हम हमारा पूरा Attention ASP.NET के विभिन्न Features को समझने पर ही रखना चाहते हैं।

लेकिन क्‍योंकि ASP.NET का प्रयोग करते हुए एक Dynamic Web Application बनाने के लिए ADO.NET Technology को Use करना जरूरी होता है, इसीलिए इस Chapter में ADO.NET के कुछ Basic Concepts को Discuss किया जा रहा है।

जबकि ADO.NET के बारे में अच्छी तरह से समझने के लिए बेहतर यही होगा कि आप हमारी अन्‍य पुस्तक ADO.NET with C# in Hindi पढें, जिसमें ADO.NET Data Access Model के प्रत्‍येक Feature व Concept को काफी विस्तार से व विभिन्न प्रकार के Simple Example Programs का प्रयोग करते हुए Discuss किया गया है और एक अच्छा .NET Database Developer बनने के लिए ADO.NET का अच्छा ज्ञान होना जरूरी होता है। इसलिए यदि आपको ADO.NET Data Access Model का उपयुक्त ज्ञान नहीं है, तो आपके लिए ये पुस्तक पढ़ना काफी उपयोगी साबित होगा।

हालांकि Database Development अपने आप में काफी अलग व महत्वपूर्ण Subject है और Database Development का ASP.NET या ADO.NET दोनों से Directly कोई सम्बंध नहीं है। लेकिन क्‍योंकि ADO.NET वास्तव में किसी Underlying Database के Data को ही ASP.NET Frontend में Render करता है और ASP.NET Frontend से Input किए गए Data को Underlying Database में Store करता है, इसलिए वास्तव में ADO.NET किसी Backend Database व Frontend के बीच Interaction करवाने हेतु Intermediate की भूमिका निभाता है।

चूंकि Database Designing अपने आप में एक बिल्कुल अलग Subject है, इसलिए इस पुस्तक में हम Database Designing के बारे में भी कोई Discussion नहीं करेंगे और हम ये मानकर चलेंगे कि आपको Database Design करना तथा SQL का उपयुक्त ज्ञान है। जबकि यदि आपको SQL व Database Designing का ज्ञान नहीं है, तो बेहतर होगा कि आप हमारी अन्‍य पुस्तक “Oracle SQL/PLSQL in Hindi” पढें, जिसमें Database Designing को Simple Practical Example का प्रयोग करते हुए समझाया गया है।

हालांकि ये पुस्तक Oracle पर आधारित है, लेकिन Database Designing के सभी Concepts किसी भी DBMS Software जैसे कि Oracle, MSSQL Server, MS-Access, Sybase, DB2, MySQL आदि सभी के लिए समान ही होते हैं। इसलिए Database Designing से सम्‍बंधित Concepts को ठीक से समझने के लिए ये पुस्‍तक निश्चित रूप से आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। इसी तरह से SQL (Structured Query Language) भी एक Standard Language है, जिसे इन सभी DBMS Software में समान रूप से Implement किया गया होता है। इसलिए यदि आप Oracle का प्रयोग करते हुए SQL सीखते हैं, तो उसे MSSQL Server, MySQL, DB2 आदि सभी के लिए Exactly समान प्रकार से उपयोग में ले सकते हैं। यानी आपको इन DBMS Software के लिए SQL Language को अलग से सीखने की जरूरत नहीं होती है।

चूंकि इस Chapter में हम ASP.NET को ADO.NET के माध्‍यम से Backend Database से Data को AccessManipulate करने के विषय में समझने वाले हैं, इसलिए Database के Basic Concepts को Discuss किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते और इसीलिए इस Chapter की शुरूआत हम Database की Fundamental जानकारी के साथ कर रहे हैं।

Database Fundamental

हम चाहे जो भी Application बना रहे हों, हमारा मूल उद्देश्‍य Data Management ही होता है और Data को Manage करने के लिए जिस Software को Develop किया गया है, उसे DBMS Software कहते हैं जबकि Data के साथ प्रक्रिया करने के लिए जिस Language को Use किया जाता है, उसे SQL (Structured Query Language) के नाम से जाना जाता है।

इसलिए हम जो भी Application Develop करते हैं, वह वास्तव में किसी न किसी प्रकार के Data के साथ ही प्रक्रिया करता है और कोई Web Application वास्तव में किसी Data-Driven Code के Top पर Place किया गया एक Thin User Interface Shell Layer ही होता है, जो कि Underlying Database से Information को Read/Write करता है।

अक्सर Web Application को Use करने वाले User इस बात से अनजान व बेपरवाह होते हैं कि Display होने वाली Information किसी Database के माध्‍यम से Create होकर Render हो रहा है। वे केवल User Interface का प्रयोग करते हुए अपनी Required Information को Access व Manipulate करने पर ही ध्‍यान देते हैं।

Data Management के लिए Most Common तरीके के रूप में सामान्‍यत: Database Software को Use किया जाता है और Database Software मूलत: Business Software के लिए Useful होते हैं, जिन्‍हें Related Information के Set की जरूरत होती है।

उदाहरण के लिए किसी Sales से सम्बंधित Program में Customers, Products आदि की List वे Data होते हैं, जिन्हें Database Software द्वारा Manage किया जाता है और इस Data को Best तरीके से Database Software में Organize करने के लिए Relational Model को Use किया जाता है।

Relational Model में हमारे Application से सम्बंधित प्रत्‍येक Object Type या Entity को एक Relation यानी Table की तरह Store किया जाता है, जिसका प्रत्‍येक Row एक Record या Entity को Represent करता है तथा प्रत्‍येक Row का प्रत्‍येक Column किसी Entity Set के किसी एक Attribute को Represent करता है।

Application के प्रत्‍येक Object को Uniquely Identify करने के लिए उसके साथ एक Unique ID भी Associate किया जाता है, जिसे Primary Key के नाम से जाना जाता है, जबकि एक Entity Set के माध्‍यम से किसी दूसरे Entity Set को Reference करने के लिए यानी दो Entity Sets के बीच Relation बनाने के लिए एक Entity Set के Primary Key को ही दूसरे Entity Set में Foreign Key की तरह Use किया जाता है।

इस तरह से यदि हम किसी Sales के Program के तीन Entities Products, Customers Orders के बीच की आपसी Relationship को Represent करें, तो उसे कुछ निम्न चित्रानुसार Represent कर सकते हैं:

ASP.NET - ADO.NET Database Fundamentals - Hindi.

हालांकि तकनीकी रूप से देखें तो Data को Tables के रूप में Organize करके उन्हें Hard Disk पर एक या अधिक Files के रूप में Store किया जा सकता है। लेकिन ये Approach ज्यादा Flexible नहीं हो सकता। बल्कि Web Applications को बेहतर Data Management के लिए DB2, Oracle या MSSQL Server जैसे Relational Database Management System (RDBMS) की जरूरत होती है।

क्‍योंकि RDBMS Software केवल Data को Store व Manage करने का ही काम नहीं करते, बल्कि ये Data के पूरे Infrastructure को Handle करते हैं तथा Performance व Reliability को Maintain रखने में भी महत्वपूर्ण Role Play करते हैं। साथ ही एक ही समय पर Multiple Users को Safe व Reliable तरीके से Data Serve करने, Invalid Data को Disallow करने व Transactions के रूप में Group of Actions को Perform करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।

ज्यादातर ASP.NET Applications में हमें किसी ना किसी प्रकार की जरूरत को पूरा करने के लिए Database का प्रयोग करना ही पडता है। उदाहरण के लिए Amazon जैसी Website होने पर Database का प्रयोग विभिन्न प्रकार के Products की Information, Order, Customers, Shipment RecordsInventory से सम्बंधित जानकारियों को StoreManage करने के लिए Database की जरूरत होती है। इसी तरह से Google जैसे Search Engines, Database का प्रयोग विभिन्न प्रकार के Webpages के URLs, LinksKeywords को Hold करने के लिए करते हैं।

यानी लगभग किसी भी उपयोगी Web Application को अपने Data को Store व Manage करने के लिए किसी न किसी प्रकार से किसी न किसी Underlying Database Software की जरूरत जरूर होती है, जो उस Application के Database को Manage करने में मदद करती है और जब हम ASP.NET आधारित Web Application Develop कर रहे होते हैं, तब सामान्‍यत: Underlying Database Software के रूप में SQL Server का प्रयोग किया जाता है, जो कि किसी भी .NET Framework पर आधारित Application के लिए Best Matched DBMS Software होता है।

Note: ADO.NET के माध्‍यम से किसी Underlying Database से Data Access and Manipulate करते हुए ASP.NET Web Application Develop करने के बारे में Step by Step विस्‍तार से सीखने के लिए आप इस पुस्‍तक को अभी Online Purchase करके Download कर सकते हैं।

Advance ASP.NET WebForms with C# in Hindi - BccFalna.com: TechTalks in Hindiये Article इस वेबसाईट पर Selling हेतु उपलब्‍ध EBook Advance ASP.NET WebForms with C# in Hindi से लिया गया है। इसलिए यदि ये Article आपके लिए उपयोगी रहा, तो निश्चित रूप से ये पुस्तक भी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी।

Advance ASP.NET WebForms in Hindi | Page:707 | Format: PDF

BUY NOW GET DEMO REVIEWS