Basics of Java Programming for Beginners

Basics of Java Programming for Beginners: Computer Program एक तरीका है जो Computer को ये बताता है कि उसे कब और क्या करना है। Computer के Boot होने से लेकर Shut Down होने तक जो भी कुछ होता है, किसी ना किसी Program की वजह से होता है। MS-Word एक Program है, Norton Antivirus एक Program है, DOS Prompt पर लिखा जाने वाला हर Command एक Program है, यहां तक कि विभिन्न प्रकार के Computer Viruses भी एक Program हैं।

आज Artificial Intelligence का एक उदाहरण Robots हैं। इन Robots को अमीर लोग अपने घरों में रखते हैं। ये Robots ऐसे होते हैं कि इन्हें जो काम करने के लिए कह दिया जाता है या किसी तरीके से बता दिया जाता है, ये Robots वे सभी काम बडी ही अच्छी तरह से कर लेते हैं। जैसे यदि आप इन Robots को कहें कि जब आपके घर की Bell Ring हो तो इन्हें घर का दरवाजा खोलना है। तो ये वैसा ही करते हैं। ये Computer Program का एक साधारण सा उदाहरण है जिसमें आप किसी निर्जीव Robot को कुछ Instruction देते हैं, और वह निर्जीव Robot आपकी बात मानता है और आपके द्वारा बताया गया काम कर देता है।

इसी तरह से Computer को भी विभिन्न  प्रकार के Instructions प्रदान किए जाते हैं, जिनके अनुसार Computer काम करता है। जैसे कि Microsoft Company ने Windows के Program द्वारा Computer को ये Instruction दिया है कि यदि कोई Mouse को Move करता है, तो Monitor की Screen पर स्थित Cursor या Pointer भी उसी तरह से Move होना चाहिए। यदि कोई Start Button पर Click करता है तो Start Menu Popup होना चाहिए, आदि-आदि।

यानी Computer पर हम जो कोई Action करते हैं, उसे Response करने के लिए पहले से ही Program लिखा गया है। जब कोई Event होता है, Computer उस Event से सम्बंधित Program के अनुसार काम करने लगता है और हमें हमारा Required Result प्रदान करता है। Computer में जो भी कुछ होता है उसे Event कहते हैं। जैसे:

  • यदि हम Mouse को Move करते हैं तो MouseMove Event Generate होता है,
  • यदि हम Mouse से Click करते हैं तो MouseClick, Event Generate होता है। इसी तरह से
  • यदि हम Keyboard पर कोई Key Press करते हैं तो Keypress Event Generate होता है।

ये तो Hardware Events के उदाहरण हैं। Computer में Software Events भी Generate होते हैं जिन्हें Response करने के लिए भी विभिन्न प्रकार के Programs लिखे गए हैं। उदाहरण के लिए:

  • किसी Window को Minimize करना,
  • किसी Window को Restore करना,
  • किसी Window को Close करना

आदि Software Events के उदाहरण हैं। निम्न Program देखिए-

#include<stdio.h>
main()
{
printf("Hello Gopala");
}

इस Program द्वारा हम हमारे Computer को केवल एक Message Screen पर Print करने के लिए एक Instruction प्रदान कर रहे हैं। ये Program Computer Screen पर “Hello Gopala” Print करता है।

हम किसी Computer Program में जितनी भी Coding Lines लिखते हैं, ये सभी Lines Program Statements कहलाती हैं। Computer उन सभी Statements को एक निश्चित क्रम में Handle करता है, ठीक उसी तरह से जिस तरह से एक रसोईया किसी विशेष प्रकार के पकवान को बनाने के लिए एक विशेष क्रम का पालन करता है।

चूंकि Computer उसी क्रम में विभिन्न Statements के अनुसार काम करता है जिस क्रम में एक Programmer किसी Program को लिखता है। इसलिए यदि कोई Program वैसा Result प्रदान नहीं करता, जैसा एक Programmer चाहता है, तो ये Computer की गलती नहीं है बल्कि उस Program की Mistake है।

ज्यादातर Program उसी तरह से लिखे जाते हैं, जिस तरह से हम कोई Letter लिखते हैं, जिसमें किसी Word Processor में हम हर Word को Type करते हैं। कुछ Programming Languages के Compilers के साथ उनके खुद के Word Processors आते हैं, जैसे कि Turbo C++ का Program Creation का पूरा IDE आता है जबकि कुछ Compilers के साथ कोई Word Processor नहीं आता।

जिन Compilers के साथ कोई Word Processor नहीं आता जिसमें Program की Coding की जा सके, तो ऐसे Program के Source Code लिखने के लिए किसी भी अन्य Word Processor का प्रयोग किया जा सकता है। हम Java Developer Kit के सभी Components का प्रयोग किसी भी Word Processor जैसे कि Notepad या WordPad के साथ कर सकते हैं।

जब एक Program के Source Codes लिख लिए जाते हैं, तो उसके बाद उस Source File को उस Language के Extension के साथ Save करना होता है। जैसे यदि हम Notepad का प्रयोग करके “C” Language का Program लिखते हैं तो File को Save करते समय हमें File के नाम के बाद .c Extension देना होता है। उसी तरह से यदि हम Java के Program को Save करते हैं, तो हमें File के नाम के बाद .java Extension का प्रयोग करना होता है। जैसे Program.java, Application.java आदि।

हम जो Program लिखते हैं वे English के कुछ सामान्य Words होते हैं। लेकिन Computer केवल Binary Language को ही समझता है। इसलिए हमें एक ऐसे Program की जरूरत होती है जो हमारे Source Codes को Computer के समझने योग्य Machine Language में Convert कर सके।

Interpreter एक ऐसा Program है जो किसी भी Program की Source File के हर Statement या Code की हर Line को Computer की Machine Language में Convert करके Computer को बताता है कि उसे क्या करना है। कुछ Languages में एक अन्य Software जिसे Compiler कहते हैं का प्रयोग करके Source Code File को Machine Language में Convert करता है।

इन दोनों में अन्तर केवल इतना है कि Interpreter Source File के हर Line या हर Statement को Computer के समझने योग्य Binary Language में Convert करता है और यदि किसी Statement में कोई Error हो तो उस Line या Statement से आगे Interpret नहीं होता। जबकि Compiler एक ऐसा Program होता है जो पूरे Program को एक साथ Machine Language में Convert करता है। यदि Program में कोई Error हो तो Program सभी Errors को एक साथ Display करता है और तब तक Program को Machine Language में Convert नहीं करता है जब तक कि सभी Errors को Debug ना कर दिया जाए।

जो Program Interpreted होते हैं वे Compiled Program की तुलना में धीरे चलते हैं क्‍योंकि ऐसे प्रोग्रामों को जितनी बार रन किया जाता है, ये उतनी बार मशीनी भाषा में कन्‍वर्ट होते हैं, जबकि कम्‍पाईल्‍ड प्रोग्राम एक ही बार मशीनी भाषा में कन्‍वर्ट होते हैं। Java एक ऐसी Language है जिसको Interpreter व Compiler दोनों की जरूरत होती है।

जब भी हम कोई Program लिखते हैं तो उसमें किसी ना किसी तरह की Errors हमेंशा आती है। इन Errors को Computer Programming की भाषा में Bug कहा जाता है और इन Errors को सही करने के Process को Debug करना कहते हैं। (Basics of Java Programming for Beginners)

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Java Programming Language in Hindi | Page: 682 | Format: PDF

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