Benefits of JSP – Reusable Components

Benefits of JSP – Reusable Components – हालांकि JSP हमें Java Source Codes को Directly अपने Webpage में Embed करने की सुविधा तो Provide करता ही है, साथ ही ये हमें HTML की तरह ही कुछ Tags भी Provide करता है, जिनका प्रयोग करके हम Web Server पर Exist Java Objects के साथ Directly Interact करने की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं। मुख्‍य रूप से इन JSP Tags व Elements को Server Side JavaBeans को Create, Query व Modify करने के लिए ही Design किया गया है।

JavaBeans वे Objects होते हैं, जिन्हें Java Codes का प्रयोग करके लिखा गया होता है। जबकि इन Java Codes को इस प्रकार से लिखा गया होता है कि Create होने वाला Code Block Reusable Component की तरह Use हो सकता है।

JavaBeans एक Special Programming Style Follow करता है, जिसके आधार पर एक ऐसा Self-Contained Program Codes का Chunk Create होता है, जो Related DataFunctionality यानी Behavior को एक Unit के रूप में Encapsulate कर देता है। इस Encapsulated Unit को हम विभिन्न प्रकार की Requirements पूरी करने के लिए अलग-अलग Context में Use कर सकते हैं, जबकि हमें ये जानने की जरूरत नहीं होती कि उस Unit को Internally किस तरह से Implement किया गया है अथवा वह Code Block या Component Internally किस प्रकार से काम कर रहा है।

परिणामस्वरूप हम JavaBeans को अपने किसी भी Application में पहले से Ready Component की तरह Use करते हुए किसी Specific प्रकार की Requirement को पूरा कर सकते हैं क्‍योंकि एक ऐसा Generic Code Unit, जिसे किसी भी Application में Plug-and-Play करते हुए उसकी Functionality को बार-बार Reuse किया जा सके, Component कहा जाता है और JavaBeans एक प्रकार का Component Programming Model ही Implement करता है।

Component एक प्रकार का स्वतंत्र Object होता है, जो PropertiesBehaviors के Collection को Represent करता है। क्‍योंकि इन Properties व Behaviors को बिना इस बात की कोई जानकारी हुए भी Access किया जा सकता है कि इन्हें किस प्रकार से Implement किया गया है और वह Object Internally किस प्रकार से Execute हो रहा है। Component को हम एक Second Programming Language की तरह Use कर सकते हैं या हम इन्हें Visual Tools का प्रयोग करते हुए भी उपयोग में ले सकते हैं, जहां हमें किसी प्रकार का Program Code लिखने की जरूरत नहीं होती।

Java Server Pages की स्थिति में Components को JavaBeans के रूप में Define किया जाता है और JSP Tags व Elements के माध्‍यम से HTML Documents द्वारा Access किया जाता है। यानी एक JSP Page के माध्‍यम से जब हम JavaBeans को Use करना चाहते हैं, तब हम कुछ Special JSP Elements व Tags का प्रयोग करते हुए JavaBeans को Webpage पर Access करते हैं।

Component Centric Design का मुख्‍य उद्देश्‍य Reusability की सुविधा प्राप्त करना ही है, ताकि एक बार लिखे गए Code Block को अलग-अलग Application में समान प्रकार की Requirements पूरी करने के लिए बार-बार Reuse किया जा सके, क्‍योंकि Components का एक Self-Contained Unit (पूरी तरह से अपने आप में सीमित) होना जरूरी होता है।

इसलिए एक Programmer के रूप में जब हम JavaBeans Component को Use करते हैं, तब हमें इस बात की जानकारी होना जरूरी नहीं होता कि जिस Component को हम Use कर रहे हैं, वह Internally किस तरह से काम कर रहा है। साथ ही एक Component, स्वयं Internally किसी अन्‍य Component को भी Call कर सकता है, जबकि एक Programmer के रूप में हमें ये जानना जरूरी नहीं होता कि कौनसा Component किस अन्‍य Component को Internally Access कर रहा है।

Reusability का फायदा ये होता है कि हम समान प्रकार की Requirements को पूरा करने के लिए बार-बार समान प्रकार का Code लिखने से बच जाते हैं, क्‍योंकि Component के रूप में हम ऐसे Code Units Create कर लेते हैं, जिन्हें समान प्रकार की जरूरतें पूरी करने के लिए बार-बार Reuse किया जा सकता है। फलस्वरूप हमारे Application Development की Speed काफी तेज हो जाती है।