Class in OOPS: जब हमें एक ही Data Type के कई Data को किसी Variable में Store करना होता है, तब हम Array का प्रयोग करते हैं और जब विभिन्न Data Type के आपस में Logically Related कई Data को एक ही Variable में रखना होता है तब हम Structure का प्रयोग करते हैं। “C++” में Class भी यही काम करता है।
यानी Class में भी हम विभिन्न Data Types के, आपस में Logically Related Variables Declare करते हैं। Structure व Class में मूलभूत अन्तर यही है कि एक Structure के Members Default रूप से Global या Public होते हैं जबकि एक Class के Members Local या Private होते हैं।
Class की दूसरी विशेषता ये है कि Class के Data Members को Access करने के Functions भी Class के अन्दर ही लिखे जाते हैं और हम इन्हीं Member Functions की सहायता से किसी Class के Object के Data Members को Access कर सकते हैं।
एक Class में Data छुपा हुआ रहता है क्योंकि केवल उस Class के Objects ही उस Class के Data को Access करने में सक्षम होते हैं। किसी अन्य Class के Objects या किसी External Functions के लिए ये Data Accessible नहीं होते हैं। इस प्रक्रिया को Data Hiding कहते हैं।
Data व Data को Access करने के लिए Authorized Function दोनों को एक Unit के रूप में Combined Form में Describe किया जाता है। किसी Object के Data व Data पर Perform होने वाले Operations के Functions को एक Unit के रूप में रखने की प्रक्रिया को Encapsulation कहा जाता है।
किसी Class के अन्दर Declare किए गए वे Variables जिनमें Object के Data Stored रहते हैं, Data Members कहलाते हैं और उन Data के साथ प्रक्रिया करने वाले Functions Member Functions कहलाते हैं।
किसी Object के Data व Data पर Perform होने वाले Operations को Encapsulate करके एक Unit में रखने पर Create होने वाले Template या Description को Class कहते हैं।
Class एक नए प्रकार का User Defined Data Type होता है। इस Create होने वाली Class का हम जितने चाहें उतने Objects Create कर सकते हैं। यानी एक Class समान प्रकार के Objects के समूह की Description या Template को Represent करता है। Classes User Defined Data Type होती हैं और Built-In Data Type की तरह Behave करती हैं।
जिस प्रकार से किसी Structure को Define करने के बाद उस Structure के प्रकार के Variables Declare किए जाते हैं, उसी प्रकार से किसी Class के भी Variables Declare किए जाते हैं ताकि उस Class के Data को Use किया जा सके। “C++” में Class प्रकार से Declare किए गए Variables को Object कहा जाता है।
जब कोई Class Define की जाती है, तब वह Memory में कोई Space Reserve नहीं करता है। एक Class प्रकार का Variable जिसे Object कहते हैं, Declare करने के बाद ही वह Memory में अपने Class की क्षमता के अनुसार Space Reserve करता है, ठीक उसी प्रकार से जिस प्रकार से किसी Structure को Define करने पर वह Memory में कोई Space Reserve नहीं करता है। जब हम Structure प्रकार के Variable Declare करते हैं तभी Memory में Space Reserve होती है। (Class in OOPS)
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C++ Programming Language in Hindi | Page: 666 | Format: PDF