Custom WordPress Theme Development – WordPress Theme उन WordPress Template Files का Collection होती हैं, जो आपस में मिलकर WordPress Site/Blog के Design, Layout व Functionality को Create करते हैं।
प्रत्येक WordPress Theme की अपनी अलग विशेषताऐं होती हैं, जिनके आधार पर हर Theme अलग तरह की Requirement को पूरा करता है और कोई भी एक Theme किसी दूसरे प्रकार की Requirement को पूरा करने के लिए 100% समान रूप से Use हो जाए, ऐसा कभी-कभार ही होता है। जबकि सामान्यत: हर Unique Type की Requirement को पूरा करने के लिए हमें Unique Theme Design करना पडता है।
हम किसी WordPress Theme को अपनी स्वयं की WordPress Powered Website या Blog के लिए Design कर सकते हैं, अपने किसी Client की WordPress Powered Site/Blog के लिए Design कर सकते हैं अथवा WordPress Theme Directory में Freely Use किए जाने के लिए Design कर सकते हैं। यानी हम किसी WordPress Theme को Personal या Professional Use के लिए Design कर सकते हैं। WordPress Theme Design करने के कुछ और कारण व फायदे भी हैं। जैसे:
- Unique WordPress Theme Design करके किसी Unique Requirement को पूरा कर सकते हैं।
- हम हमारी Theme में WordPress द्वारा Provided Templates Hierarchy, Template Tags, Conditional Tags व WordPress Loops का प्रयोग कर सकते हैं।
- अलग-अलग तरह के Results को अलग-अलग तरीके से Render करने के लिए हम WordPress Theme के Template Hierarchy System को Use कर सकते हैं।
- हम बडी ही आसानी से एक Theme से दूसरी Theme पर Switch कर सकते हैं व अपनी WordPress Powered Website/Blog के Loop व Feel को Instantly Change कर सकते हैं। जबकि Site/Blog के Content पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पडता।
WordPress Themes की कुछ और विशेषताऐं हैं, जिनकी वजह से इसे सबसे ज्यादा Use किया जाता है। ये विशेषताऐं निम्नानुसार हैं:
- WordPress Theme Website/Blog के Presentation Layer को अन्य Core System Files, Template Files व Database से Separate रखता है, जिससे WordPress Platform को Upgrade करने पर Site/Blog के Visual Presentation पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पडता। जबकि Theme को Change करने पर WordPress Platform की Core Files अथवा Database पर कोई प्रभाव नहीं पडता। यानी WordPress एक प्रकार से MVC Pattern को Follow करता है, जहां Modal (Database) को Change करने का प्रभाव Theme या Core Files पर नहीं पडता। Theme (View) को Change करने का प्रभाव Database या Core Files पर नहीं पडता। और Core Files (Controllers) को Change करने का प्रभाव Database या Theme पर नहीं पडता। और
- WordPress Theme हमें हमारी Site की Functionalities को Unique तरीके से Define व Customize करने से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की जरूरी स्वतं=ता देता है।
- WordPress Theme हमें हमारी Site/Blog के Visual Design व Layout को Specify करने से सम्बंधित पूर्ण स्वतंत्रता देता है।
- WordPress Theme में हम Pure HTML, CSS, JavaScript व PHP Codes को Use करते हुए अपना Template Create करते हैं। यानी हमें अन्य CMS Softwares की तरह से अपने Theme को Design करने के लिए अलग से Tagging Language को सीखने व याद रखने की जरूरत नहीं होती। बल्कि यदि हमें किसी Specific Type की जरूरत को पूरा करने से सम्बंधित WordPress API Function याद न हो, तो हम Core PHP Codes का प्रयोग करके भी अपनी किसी Specific Requirement को पूरा कर सकते हैं।
Theme Development Standards
जब हम WordPress Theme Development के बारे में बात करते हैं, तब हमें कुछ Development Standards यानी WordPress Coding Standards को Follow करना चाहिए, ताकि भविद्ग; में हमें किसी तरह की Conflict Related परेशानियों का सामना न करना पडे।
HTML Coding Standards
हम WordPress Theme में विभिन्न Templates Create करते हैं। उन सभी Templates का W3C Validator द्वारा Validate होना जरूरी होता है, ताकि हमारी Theme Standard HTML आधारित Website हो। ऐसी Websites को विभिन्न Search Engines भी अपने Search Engine Result Page (SERP) पर High Ranking देने के लिए ज्यादा महत्व देते हैं। HTML Standards को Follow करते हुए हमारे लिए निम्न Rules को ध्यान में रखना उपयोगी रहता है:
Self-Closing Elements
Correct Format
<br />
Incorrect Format
<br/>
यानी Self Closing Elements में Closing Slash से पहले एक Space जरूर होना चाहिए।
Attributes and Tags
सभी Tags व Attributes को Lowercase Letters में ही लिखना चाहिए। साथ ही Attribute में Specify की जाने वाली Value यदि Human के लिए हो, तो Proper English में लिखना चाहिए, जबकि यदि उसे Computer द्वारा Process किया जाना हो, तो उसे भी Lowercase Letters में ही लिखना चाहिए।
For Computers
<meta http-equiv=”content-type” content=”text/html; charset=utf-8″ />
For Humans
<a href=”<a href=”http://example.com/"” rel=”nofollow”>http://abc.com/"</a>;
title=”Description Here“>Example.com</a>
यानी जो Content Human Beings के लिए Useful हो, उसे Proper English में लिखना चाहिए जबकि जो Content या Text केवल Computers या Machines के लिए ही उपयोगी हो, उसे Lowercase में ही लिखना चाहिए।
Quotes
W3C के XHTML Specification के अनुसार सभी Attributes में Single या Double Quotes के बीच Value Specify करना Compulsory है।
Correct Format
<input type=’text’ name=’email’ disabled=’disabled’ />
<input type=”text” name=”email” disabled=”disabled” />
Incorrect Format
<input type=”text” name=email disabled />
इस Code में हमने न तो name Attribute के साथ Specified Value को Quotes के बीच लिखा है न ही disabled Attribute को कोई Value Set किया है। इसलिए इस Code में दो गलतियां हैं, जो HTML Standard को Follow नहीं करते।
Indentation
PHP व HTML Codes को जब Combined Form में लिखा जाता है, तब इन्हें इस तरह से Indent करना चाहिए ताकि इनका Logical Structure उपयुक्त दिखाई दे। क्योंकि Good Indented Code Readable व Easy Debug करने योग्य होता है।
Correct Format
<?php if ( ! have_posts() ) : ?>
<div id=“post-1” class=“post”>
<h1 class=“entry-title”>Not Found</h1>
<div class=“entry-content”>
<p>Apologies, but no results were found.</p>
<?php get_search_form(); ?>
</div>
</div>
<?php endif; ?>
Incorrect Format
<?php if ( ! have_posts() ) : ?>
<div id=“post-1” class=“post”>
<h1 class=“entry-title”>Not Found</h1>
<div class=“entry-content”>
<p>Apologies, but no results were found.</p>
<?php get_search_form(); ?>
</div>
</div>
<?php endif; ?>
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- CSS Coding Standards
- JavaScript Coding Standards
- PHP Coding Standards
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Advance WordPress in Hindi | Page: 835 | Format: PDF