Difference between float and double DataType: Float व Double Data Types के बीच का मुख्य अन्तर केवल इनके Data Store कर सकने की Range में है। जबकि दोनों ही Data Types मूल रूप से दसमलव वाली संख्याओं को ही Store करते हैं।
Float
जब हमें प्रोग्राम में भिन्नात्मक व दशमलव वाली संख्याओं को Store करने के लिए Memory की जरूरत होती है, तब हम float प्रकार का Identifier Declare करते हैं। ये Identifier मेमोरी मे 4 Bytes की Storage Space Reserve करता है और भिन्न या घातांक रूपों में 3.4E-38 से 3.4E+38 मान तक की संख्या को Store कर सकता है। इस प्रकार के Identifier के साथ unsigned, signed, short या long किसी भी Modifier का प्रयोग नहीं किया जा सकता है। इस तरह का Identifier निम्नानुसार तरीके से Declare कर सकते हैं:
float lightSpeed;
जब हम किसी Float प्रकार के Variable में कोई मान Store करना चाहते हैं, तब मान के साथ हमें f या F Character को Post-Fix के रूप में Use करना जरूरी होता है। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो Float प्रकार के Identifier में Store होने वाला मान Float प्रकार का नहीं बल्कि Double प्रकार का होता है। यानी C Language में हर Real Number By Default Double प्रकार का होता है। इसलिए यदि हम lightSpeed Variable में कोई मान Store करना चाहें, तो हमें ये मान निम्नानुसार Statement द्वारा Store करना होगाः
lightSpeed = 38000000000f; OR
lightSpeed = 38000000000F;
Double
जब हमें प्रोग्राम में इतनी बडी भिन्नात्मक या घातांक संख्या के साथ प्रक्रिया करनी होती है, जो की float की Range से भी ज्यादा हो, तब हम इस Data Type का प्रयोग करके Identifier Declare करते है। इन्हें भी हम दो भागों में बांट सकते हैं:
Double
ये मेमोरी में 8 Byte की Storage Space Reserve करता है और 1.7E-308 से 1.7E+308 मान तक की संख्या को Store कर सकता है। इस प्रकार के Identifier को हम निम्नानुसार Declare कर सकते हैं:
double lightMovementIn1Year;
long double
जब Double के साथ long Key word लगा दिया जाता है यानी जब long double प्रकार का Data Type Use करते है तब वह Identifier बडी से बडी संख्या को Store कर सकता है। यह मेमोरी में 10 Byte की Storage Space Reserve करता है और 3.4E-4932 से 3.4E+4932 मान तक की संख्या Store कर सकता है। इस तरह का Identifier भी हम निम्नानुसार Declare कर सकते हैं:
double lightMovementIn100Year;
इस प्रकार से हम जिस प्रकार का Data Store करना होता है, उस प्रकार के Data की Range के आधार पर हम ये तय करते हैं कि हमें float Type का Variable या Constant Declare करना है अथवा double Type का।
Floating व Double Data Type की तरह ही Integer Data Type के बारे में भी बेहतर तरीके से जानना जरूरी है क्योंकि बिना दसमलव वाली छोटी या बडी पूर्णांक संख्याओं को इसी Data Type द्वारा Handle किया जाता है और विभिन्न प्रकार के अन्य Data Types के बारे में विभिन्न प्रकार के Real World Example Programs के माध्यम से सरल तरीके से समझने के लिए आप C Programming Language in Hindi पुस्तक को उपयोग में ले सकते हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के Data Types को न केवल सरल भाषा में समझाया गया है, बल्कि विभिन्न Data Types को Discuss करते समय Practical Programs के रूप में किसी न किसी Real World Example को Use किया गया है, जिससे Programming समझना काफी आसान हो गया है। (Difference between float and double DataType)
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C Programming Language in Hindi | Page: 477 + 265 | Format: PDF