जब हम हमारे Database को Normalize करते हैं, तब सबसे पहले हमें हर Table के हर Field को इस बात के लिए Check करना होता है, कि वह Atomic है या नहीं। इस नियम का मतलब ये है कि किसी भी Table में कोई भी Field यदि एक से ज्यादा हिस्सों में विभाजित किया जाता है, तो उसका Actual Meaning Change हो जाता है।
उदाहरण के लिए यदि किसी Table में Pincode Number को Store किया जाता है, जो कि 6 Digits का होता है। तो इस Number को दो भागों में बांट देने पर इसका Meaning समाप्त हो जाएगा] क्योंकि इसे दो भागों में बांट देने के बाद इसमें कुल 6 Digits नहीं होंगे, जो कि किसी भी Pincode Number को Represent करने के लिए जरूरी होते हैं।
यदि हम हमारे उदाहरण के आधार पर समझें तो हम हमारे Database में Actors व Directors का नाम Store करना चाहते हैं। लेकिन एक नाम हमेंशा एक Composite मान होता है, जिसे First_Name, Middle_Name व Last_Name के रूप में तीन Atomic भागों में बांटा जा सकता है। इसलिए Name एक Atomic Attribute नहीं है। यदि हम Name जैसे किसी Composite Attribute को Table के किसी एक Filed में Store करते हैं, तो हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड सकता है।
उदाहरण के लिए मानलो कि Last_Name के आधार पर Table की Sorting करना चाहें, तो हम इस काम को तभी आसानी से कर सकते हैं, जब Name के तीनों ही हिस्सों को स्वतंत्र Fields में Store किया गया हो। यानी Normalization की शुरूआत करने से पहले का काम यही होता है, कि उन सभी Fields को Identify करके Atomic Fields में Convert किया जाए, जिनमें Multi-Valued Data Store किए जा सकते हैं। (Ensure Attributes Are Atomic – DBMS Normalization)
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Oracle 8i/9i SQL/PLSQL in Hindi | Page: 587 | Format: PDF