Event Driven Window Programming in Java

Event Driven Programming in Java: मानलो कि हम सुबह-सुबह जैसे ही Office जाने के लिए घर से बाहर निकलने वाले होते ही हैं कि तुरन्त Phone की घण्टी बजने लगती है। Phone की घण्टी का बजना एक प्रकार का Event है। Real Life में कई बार ऐसे Events होते हैं, जिन्हें बाकी सभी कामों को Suspend करके तुरन्त Respond करना पडता है।

उदाहरण देखें तो हम चाहे जितनी भी जल्दी में हों, लेकिन अगर Phone की घण्टी बजती है, तो हमें उस Phone को Attend करना ही पडता है। इसी Concept को जब हम Programming के सन्दर्भ में देखते हैं, तब किसी Program व उसके User के बीच जितनी भी Activities होती हैं, उन सभी Activities को जावा में Events कहा जाता है।

User Keyboard से कोई Key Press करता है या Mouse से Application के किसी Command Button पर Click करता है या Application Program के Window को Resize करता है, Software या Hardware का Fail होना, किसी List में से किसी Item को Select करना, Timer के Counter का Increment होना आदि विभिन्न प्रकार के Events हैं।

जब User किसी Program के साथ Interaction करता है, तब Computer एक Event Object Create करता है। ये Event Object उस Action को Represent करता है, जिसे User ने Perform किया है। यानी मानलो कि User ने किसी Application के किसी Button पर Click किया, तो Computer एक Object Create करेगा और उस Object द्वारा Click Event Represent होगा। फिर हम इस Click Event को एक Event Handler Coding द्वारा Handle कर सकते हैं और वह काम करवाते हैं, जो Click Event के Generate होने पर करवाना होता है। ये Event Handler Code ही ये तय करता है कि किसी Event को किस प्रकार से Handle करना है।

किसी Event को विभिन्न प्रकार से Drive करके Program Develop करने व उसे Handle करने की तकनीक को Event Driven Programming कहते हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार की Events को Response करने वाले Code Handlers लिख कर Programming या Development किया जाता है।

जावा एक Pure Object Oriented Programming Language है, इसलिए हम इस Language में किसी भी चीज को एक Object के रूप में Represent करते हैं। इसीलिए User द्वारा किसी Hardware को Access करने से कोई Event Generate हो या किसी Software द्वारा कोई Event Generate हो, दोनों ही स्थितियों में किसी Event को Represent करने के लिए एक Event Object Create होता है। GUI Programming में Event Handle करना सबसे जरूरी काम होता है।

GUI Program या Event Driven Programming Modal में हमारा GUI Program User के किसी भी Action का इन्तजार करता रहता है। जब User उस Application के साथ किसी प्रकार का Interaction करता है, तो उस Interaction से सम्बंधित कोई ना कोई Event Generate होता है और उस Event को Handle करने के लिए कोई ना कोई Handler लिखा गया होता है, जो कि Event के Response में Execute हो जाता है।

GUI की सबसे बडी विशेषता ये है कि किसी GUI Application के Operations के Perform होने के क्रम को User निर्धारित करता है, यानी वह किसी Application पर दिखाई दे रहे किसी भी Button को या किसी भी अन्य Control को किसी भी समय Use कर सकता है, जबकि CUI Applications में Program के Execution का Sequence Programmer तय करता है और User को उसी प्रकार से चलना पडता है जिस तरह से Programmer ने Program को लिख कर तय किया है। Event Driven Program निम्नानुसार Execute होते हैं:

 

Algorithm of GUI Application

1 START             [Starting the Window Based GUI Application]
2 CREATE GUI OBJECT [Create a GUI Application Object like A Window]
3 LISTEN EVENT      [Listen for an Event  Occurred by the Interaction]
4 IF EVENT = CLOSE APPLICATION [If Occurred Event is for closing the Application] 
    EXIT
  ELSE
    PROCESS EVENT
5 GOTO  STEP 3      [Go to the Step 4 again and get next Event]
Flow of Java Event Driven Program

(Event Driven Programming in Java)

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Java Programming Language in Hindi | Page: 682 | Format: PDF

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