File Management in PHP

File Management in PHP - Hindi

File Management in PHP – कोई भी Professional Application ऐसा नहीं हो सकता, जिसके किसी Data को Computer के File System या किसी Database System में Future Use के लिए Permanently Store व Retrieve करने की जरूरत न पडे।

यानी हर Professional Application में कहीं न कहीं हमें हमारे Data को Database या File System में Store करने की जरूरत पडती है, ताकि हम उस Data को फिर से Reuse करते हुए अपनी किसी Specific Type की जरूरत को पूरा कर सकें।

उदाहरण के लिए लगभग हर Web Site में Login System जरूर होता है, ताकि Web Site के किसी Specific Part को केवल वे ही Users देख सकें, जो कि Web Site के Authenticated Users होते हैं।

उपयुक्त User का Authentication करने के लिए ये जरूरी होता है कि User की कुछ Basic Information जैसे कि Username, Password, Email Address आदि को User से Accept किया जाए और Web Server पर कहीं न कहीं Store करके रखा जाए, ताकि जब वही User फिर से Web Site पर आए और Web Site के Restricted Area को Visit करना चाहे, तो उसे Login करना पडे।

User उसी स्थिति में Login कर सकता है, जबकि User ने पहले से ही Registration कर रखा हो और हम इस बात का ध्यान उसी स्थिति में रख सकते हैं कि User एक Authenticated User है या नहीं, जबकि हमने उस User के Registration Data को Web Server पर पहले से किसी तरह से Store करके रखें। ताकि हम उस पहले से Stored Data को User के Login Form से आने वाले Data से Compare कर सकें और इस बात का पता लगा सकें कि User एक Valid Registered User है या नहीं।

विभिन्न प्रकार के Data को किसी Web Application में Future Use के लिए Store करके रखने के मूल रूप से दो तरीके उपयोग में लिए जाते हैं। पहले तरीके के अन्तर्गत Operating System के File System को Use किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के Data को Flat Files के रूप में Store व Manage किया जाता है। जबकि दूसरे तरीके के अन्तर्गत Database System को Use किया जाता है।

दोनों ही तरीकों का अपना महत्व व उपयोग है। जिन कामों को पूरा करने के लिए हम Database System Software में हमारे Data को Store कर सकते हैं, उन्हीं कामों को पूरा करने के लिए हम हमारे Data को Operating System के File System का प्रयोग करके भी पूरा कर सकते हैं।

लेकिन कुछ जरूरतों को Database System Software ज्यादा बेहतर तरीके से व आसानी से पूरा करता है जबकि कुछ अन्य प्रकार की जरूरतों को Operating System का File System ज्यादा बेहतर तरीके से पूरा कर देता है।

यानी हम इन दोनों में से किसी भी एक तरीके को उपयोग में लेकर अपनी किसी Specific Type की जरूरत को पूरा कर सकते है। हालांकि File System की Speed, Database System की तुलना में ज्यादा तेज होती है क्योंकि Flat File System को Web Applications में ज्यादा आसानी से Access व Manipulate किया जा सकता है।

लेकिन जब हम Flat File System को Use करते हुए अपने Data को Store व Manage करते हैं, तब बहुत ज्यादा Data को Manage व Maintain करना काफी मुश्किल काम हो जाता है। उस स्थिति में Fast Development के लिए Database System को ही प्राथमिकता के साथ Professional Web Development के लिए Use किया जाता है।

लेकिन फिर भी कुछ ऐसी जरूरतें होती हैं, जिन्हें Database System का प्रयोग करके उतनी आसानी से पूरा नहीं किया जा सकता, जितनी आसानी से File System का प्रयोग करके किया जा सकता हैं।

इसलिए इस Section में हम File System के बारे में जानेंगे और ये जानेंगे कि PHP हमें किस तरह से Operating System के Underlying File System को Access व Manipulate करने की सुविधा देता है।

Data Organization – File Management in PHP

इससे पहले कि हम आगे बढें व जानें कि PHP का प्रयोग करते हुए हम किस तरह से File System को Access व Manipulate कर सकते हैं, सबसे पहले हम Data के Computer में Organize होने के तरीके को समझ लेते हैं।

हम जितने भी Data को अपने Computer में Store करते हैं, वे सभी Data Computer की Memory के माध्यम से होते हुए Computer की Hard Disk Drive में Store होते हैं। ये सभी Data Binary Form में होते हैं।

Binary Format में विभिन्न प्रकार के Data किस तरह से Disk पर Store होंगे, ये बात पूरी तरह से उस Operating System पर निर्भर होती है, जो कि Current Computer System पर Installed है।

Windows, Linux, MacOS आदि विभिन्न प्रकार के Operating Systems हैं और ये सभी Operating System Data को विभिन्न तरीकों से Disk Drive पर Store करते हैं। इसीलिए किसी एक File System यानी Operating System पर Stored Files किसी भी दूसरे Operating System के लिए Directly Accessible नहीं होता है।

Operating System एक ऐसा Master Software Program होता है जो विभिन्न प्रकार के Low Level कामों को पूरा करता है। उदाहरण के लिए Disk पर Data किस तरह से Store होगा और Disk से Data फिर से किस तरह से Retrieve किया जा सकेगा, इस काम को Handle करने की पूरी जिम्मेदारी Operating System की होती है।

इस प्रकार से Operating System हमेंशा Low-level Hardware व हमारे Application Software के बीच एक माध्यम के रूप में काम करता है। इस प्रकार से जब हम Disk पर कोई File Create करते हैं, तो उस File को Create करने का काम वास्तव में Operating System ही करता है। हम तो केवल Operating System के किसी Specific Low-Level Function को Call करके Operating System को इस बात की जानकारी देते हैं कि हम क्या करना चाहते हैं।

लेकिन जब हम PHP को Use करते हुए File System को Access करते हैं, तो विभिन्न प्रकार की Low-Level Details को PHP स्वयं ही अपने स्तर पर Handle कर लेता है। हमें केवल इतना ध्यान रखना होता है कि किसी Specific Type की Disk Related जरूरत को पूरा करने के लिए हमें PHP के किस Function को Call करना है और उसमें क्या-क्या Arguments Pass करने हैं।

File System में हम मूल रूप से कुछ Basic कामों को पूरा करते हैं। जैसे कि किसी File को Open करना, किसी Opened File में Data को Future Use के लिए Write करना या किसी Opened File के Data को Read करना, अथवा किसी Data को Update या Edit करना, File के विभिन्न Data के बीच Navigation करना, File के किसी Data को Delete करना व File को Close करना, आदि कुछ ऐसे Basic काम हैं, जिन्हें करने की सुविधा PHP हमें Provide करता है।

अभी तक हमने बार-बार विभिन्न प्रकार की Files के बारे में जाना और उन्हें उपयोग में भी लिया है। उदाहरण के लिए PHP Files, HTML Files आदि। लेकिन जब हम Technical Level पर बात करते हैं, तो कोई भी File वास्तव में Hard Disk Drive के एक Reserved Arad के एक Unique नाम व एक Number के अलावा और कुछ नहीं होता।

यानी जब हम किसी Programming Language का प्रयोग करके अथवा Operating System के Commands का प्रयोग करके किसी File को Create करते हैं, तो Operating System वास्तव में Hard Disk Drive पर एक Area Reserve करता है और उस Reserved Area का एक नाम Set करता है। ये नाम ही उस File का नाम होता है, जिसे हम File Create करते समय Specify करते हैं। इसी नाम से हम किसी File को Identify करते हैं।

लेकिन जब बात Operating System Level की आती है, तो Operating System किसी नाम से नहीं बल्कि हर File को उसके एक Unique Number से Identify करता हैं। इस Unique Integer Number को File का Handle कहा जाता है और File System से संबंधित सारी Programming इसी Handle पर आधारित होती है।

यानी जब हम किसी File को Open करते हैं, तो यदि वह File पहले से Hard Disk Drive पर Available हो, तो Operating System उस File के Starting Point का एक Handle Return करता है।

जबकि यदि वह File पहले से Disk पर Available न हो, तो Operating System Hard Disk Drive पर एक जगह Reserve करता है, उस जगह को एक नाम देता है, ताकि हम उस नाम से उस जगह को पहचान सकें और उस जगह के Starting Byte का Address यानी एक Unique Integer Number Return करता है, ताकि हम हमारे Programming Language के माध्यम से उस Reserved Disk Area पर Programmatically किसी Data को Write कर सकें अथवा उस Reserved Disk Area पर Stored Data को Read कर सकें। इसी Number या First Byte के File Address को File का File Handle कहा जाता है।

तो चलिए, अब हम PHP द्वारा Provide किए जाने वाले विभिन्न File Related Functions के बारे में समझने की कोशिश करते हैं, ताकि हम हमारे Data को Future Use के लिए Operating System Based File System में Store व Access कर सकें।

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PHP in Hindi | Page: 647 | Format: PDF

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