Function in C in Hindi: “C” भाषा एक Functional Programming Language है, जिसे अन्य शब्दों में Procedural Programming Language भी कहते हैं। जब हम इस भाषा का प्रयोग करके किसी समस्या का समाधान प्राप्त करना चाहते हैं, तब हमें उस समस्या को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटना होता है और उन सभी हिस्सों को अलग-अलग Solve करके अन्त में सभी हिस्सों को जोडना होता है।
किसी समस्या से सम्बंधित इन विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे हिस्सों को ही Function कहा जाता है। ये Function किसी एक काम को पूरी तरह से पूरा करते हैं और केवल एक ही काम को पूरा करते हैं। यानी हर Function अपने आप में केवल एक ही काम परिपूर्ण तरीके से पूरा करता है।
उदाहरण के लिए जो Function Keyboard से Input लेने का काम करता है, वह Function केवल Keyboard से Input लेने का ही काम करेगा और जो Function किसी Data को Screen पर Display करने के लिए लिखा गया है, वह Function Data को केवल Screen पर Display करने का काम ही करेगा।
C Language में दो तरह के Functions होते है: जो Functions हमें Directly Use करने के लिए पहले से ही प्राप्त होते हैं, उन्हें Pre-Defined या Built-In Functions कहा जाता है। उदाहरण के लिए printf(), clrscr(), getch() आदि Functions हमें पहले से ही प्राप्त हैं। इन्हें Use करने के लिए हमें केवल उन Header Files को अपने Source Program में Include करना होता है, जिनमें इन Functions को Define किया गया होता है। जब हम किसी Predefined Function को अपने Source Program में Use करते हैं, तो इस प्रक्रिया को Function Call करना भी कहा जाता है।
जबकि दूसरे प्रकार के Functions वे Functions होते हैं, जिन्हें Programmer अपनी जरूरत के आधार पर Develop करता है। जिन Functions को एक Programmer स्वयं Create करके Use करता है, उन Functions को User-Defined Functions कहते हैं।
User-Defined Functions बनाना एक Programmer की इच्छा पर निर्भर करता है। यदि Programmer चाहे, तो वह सभी प्रकार के कामों को बिना किसी प्रकार का User-Defined Function Create किए हुए भी पूरा कर सकता है। लेकिन Functions Create करने से Program की जटिलता में कमी आ जाती है और Program को Debug करना सरल होता है।
चूंकि main() Function भी एक Programmer किसी समस्या का समाधान प्राप्त करने के लिए बनाता है, इसलिए main() Program को भी User-Defined Function ही कहा जाता है। लेकिन ये एक ऐसा Function होता है, जिसे बनाना Compulsory रूप से जरूरी होता है। क्योंकि यही वह Function होता है, जहां से Compiler Program को Execute करना शुरू करता है।
Functions ही C Programming Langauge की जान होते हैं क्योंकि C Programming Language को Functional Programming Language भी कहा जाता है और यदि आप Functions के बारे में बेहतर तरीके से नहीं जानते, तो न आप C Language ही ठीक से समझ सकते हैं, न ही वर्तमान समय की किसी भी अन्य Modern Programming Language को। क्योंकि वर्तमान समय की सभी Programming Languages किसी न किसी तरह से Functions को उपयोग में लेने पर ही आधारित हैं।
इसलिए यदि आप अच्छे Programmer बनना चाहते हैं, तो आपको विभिन्न प्रकार के Functions Create करने व पहले से Created Functions को Appropriate तरीके से Use करने के विषय में बेहतर तरीके से जानना जरूरी है और इस स्थिति में C Programming Language in Hindi पुस्तक आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है क्योंकि इस पुस्तक में विभिन्न प्रकार के Functions को Create करने व उन्हें उपयोग में लेने के विषय में काफी Detail से व विभिन्न प्रकार के Real Life Practical Example Programs के माध्यम से Discuss किया गया है। (Function in C in Hindi)
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C Programming Language in Hindi | Page: 477 + 265 | Format: PDF