Fundamentals of Web Page: एक समय एसा था जब हमें Web Pages Write करने के लिए केवल एक Language HTML को ही सीखना होता था। लेकिन आज समय बदल चुका है। आज विभिन्न प्रकार के Effective व Attractive Web Pages Create करने के लिए हमें कई नई Technologies को सीखना जरूरी हो गया है। आज के समय में एक अच्छा Web Page Create करने के लिए हमें HTML-XHTML, CSS व थोडा बहुत JavaScript जरूर सीखना पडता है। लेकिन इससे पहले कि हम इन सभी चीजों को स्वतंत्र रूप से सीखें, ये समझना लाभदायक होगा, कि ये सभी Languages किन जरूरतों को पूरा करते हैं और ये सभी आपस में मिलकर किस तरह से हमारे लिए Attractive व Effective Web Pages Create कर सकते हैं।
एक Web Page केवल Texts या Images से ही नहीं बना होता है, बल्कि इसमें हमारे Web Page Document के Structure से सम्बंधित Basic जानकारियां जैसे कि कौनसा Text Heading बनेगा, कौनसा Paragraph कहां से शुरू होगा और कहां समाप्त होगा, आदि की जानकारियां भी होती हैं। हर Web Page में उसकी कुछ General Information जैसे कि Page का Title व Description भी होता है, जिसका प्रयोग Google जैसे Search Engines किसी Web Page को Search करने के लिए करते हैं।
इसके अलावा हर Web Page में कुछ Links की भी जानकारी होती है, जिसे Style Sheet या Script कहते हैं और ये Style Sheet किसी Web Page की Appearance जैसे कि Fonts, Colors आदि व Behavior को Set करने का काम करते हैं।
जब हम Web Pages की बात करते हैं, तब Web को हमें Documents के एक सागर के रूप में मानना होता है। हम Web पर स्थित हर Page को एक Document के रूप में मान सकते हैं। Web पर स्थित Documents को हम उन्हीं Normal Documents की तरह मान सकते हैं, जिन्हें हम हमारी निजी जिन्दगी में हर रोज हर समय उपयोग में लेते हैं। हम देख सकते हैं कि हर Document का एक निश्चित Structure बनाया जाता है, जिससे वह Document हमें व्यवस्थित दिखाई देता है।
उदाहरण के लिए हम हर रोज अखबार देखते हैं। एक अखबार कई Articles, घटनाओं व Advertisements से बना होता है। हर Article की एक Heading Line होती है और उसके बाद उस Article के विषय से सम्बंधित कुछ Sub-Headings व Paragraphs होते हैं। इस Article के विषय से सम्बंधित कुछ Images भी उस Article से Associated हो सकते हैं।
Headings, Sub-Headings, Paragraphs आदि द्वारा हम किसी Article के Structure को ही Set करते हैं, ताकि वह Article हमें व्यवस्थित तरीके से दिखाई दे।
अब इसी अखबार की जानकारी को यदि किसी Online Newspaper जैसे कि www.dainicbhaskar.com या www.rajasthanpatrika.com पर जाकर देखें, तो आप देखेंगे, कि Online Newspaper पर भी वह Article उसी तरह से Organized है, जिस तरह से एक Paper Newspaper पर Organized या Structured है।
Headings व Paragraphs की तरह ही ज्यादातर Documents में Tables यानी सारणियों का भी प्रयोग किया जाता है। इनके अलावा हम अक्सर एक और प्रकार के Documents देखते हैं, जिन्हें Forms कहा जाता है। जब भी हमें किसी तरह का Registration करवाना होता है, तब हमें किसी ना किसी Form को Fill-Up करना पडता है। यदि हम थोडा सा ध्यान दें, तो हम देख सकते हैं कि ज्यादातर Paper Documents भी उसी तरह उपयोग में आते हैं, जिस तरह से Online Documents काम में आते हैं।
कहने का सारांश ये है कि Web Pages वास्तव में हमारे दैनिक जीवन के Documents का ही Electronic रूप है। जिस तरह से हम हमारे दैनिक जीवन में Paper Documents को उपयोग में लेते हैं, उसी तरह से विभिन्न Web Pages उन्हीं Documents को Electronic रूप में Represent करते हैं और जो Structure Paper Documents का होता है, वही Structure Electronic Documents का भी होता है, जिसे एक Web Browser Render करता है।
यदि हम चाहते हैं कि Web Browser हमारे Electronic Document को उसी तरह से दिखाए, जिस तरह से हम उसका Structure किसी Paper पर देखते हैं, तो हमें एक ऐसी Language की जरूरत होती है, जो Browser को ये बताए कि Heading, Paragraph, Image, Table आदि को किस तरह से और कहां पर Show या Render करना है और यही काम HTML व XHTML जैसी Languages का होता है।
यानी HTML जैसी Languages विभिन्न प्रकार के Paper Documents को उसी तरह से किसी Browser में Structure या Organize करने का काम करते हैं, जिस तरह से वे Documents किसी Paper पर Structured या Organized हैं।
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HTML5 with CSS3 in Hindi | Page: 481 | Format: PDF