How to Use phpMyAdmin MySQL – phpMyAdmin एक ऐसा Software है, जो WAMP, LAMP व XAMPP Local Web Server के साथ ही Install होता है। WAMP व XAMPP Web Server पर हम निम्न चित्रानुसार phpMyAdmin Panel को Open कर सकते हैं:
दोनों ही Local Web Server द्वारा phpMyAdmin Panel को Open करने पर हमें अगले चित्रानुसार phpMyAdmin Panel दिखाई देता है। इस Software का प्रयोग करके हम हमारी जरूरत के अनुसार MySql RDBMS Software में अपना Database व उसके विभिन्न Components जैसे कि SQL Queries, Views, Tables, Triggers, Stored Procedurals आदि Create व Test कर सकते हैं व Generated Result को ज्यों का त्यों अपने PHP Code में Use कर सकते हैं, जिससे Typing के कारण होने वाली Mistakes से आसानी से बचा जा सकता है।
MySql Workbench व Dreamcoder दो अन्य ऐसे Desktop Application Software हैं, जिनका प्रयोग MySql व अन्य प्रकार के RDBMS Software के लिए Visually Database व उसके विभिन्न Components Create करने के लिए phpMyAdmin के स्थान पर किया जा सकता है। लेकिन चूंकि phpMyAdmin Local Web Servers के साथ ही Install होता है, इसलिए इसे Use करना व समझना आसान होता है और हम इसी को Use करने के बारे में जानेंगे।
जब हम कोई Dynamic Web Application Create करना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें हमारी जरूरत के अनुसार अपना Database Design करना होता है। यानी हमें इस बात का पता लगाना होता है कि हमें हमारे Web Application में किन-किन Information को अपने Database में Store व Manage करना है।
इन Information के लिए हमें विभिन्न प्रकार की जरूरी Tables Create करनी होती हैं और उन Tables में Data को Store करने के लिए Frontend Form Create करना होता है जबकि Database से विभिन्न प्रकार की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार की SQL Queries द्वारा Result प्राप्त करके उसे Frontend में Render करना होता है।
चूंकि, हम इस पुस्तक में केवल PHP को MySql के साथ Use करते हुए Dynamic Web Application Develop करने के Basics को समझने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए हम एक सामान्य User Registration Form द्वारा PHP को MySql के साथ Use करने के बारे में ही Discuss करेंगे।
हमने हमारे पिछले Chapter में File Management System के अन्तर्गत User Registration के लिए Web Page Create किया था ताकि हम Register करने वाले User को Identify कर सकें व इस बात का पता लगा सकें, कि हमारी Web Site के Restricted Area को केवल Registered User ही Access कर सके। ठीक उसी Concept को यानी उसी तरह के User Registration System को हम MySql Database का प्रयोग करते हुए भी Create कर सकते हैं।
पिछले User Registration System व अब बनने वाले नए User Registration System दोनों में केवल इतना ही अन्तर हैं कि पिछले User Registration System में हमने User की Information को एक Operating System Based Flat File में Store किया था जबकि इस नए User Registration System में हम User की Information को Database की एक Table में Store करेंगे।
हम User की Information को MySql Database में Store कर सकें, इसके लिए सबसे पहले हमें MySql में एक नया Database Create करना होता है। नया Database Create करने के लिए हम phpMyAdmin Panel Database Tab को निम्नानुसार चित्र द्वारा Use कर सकते हैं:
जैसे ही उपरोक्त चारों Steps Follow करके यानी Database Tab पर Click करने के बाद नए Create किए जाने वाले Database का नाम व उसमें Store किए जा सकने वाले Data की Language के Collation को Specify करने के बाद Create Button पर Click करते ही हमारा नया Database Create हो जाता है और Databases की List में निम्नानुसार दिखाई देने लगता हैः
Database Create हो जाने के बाद हमें नया User Create करना होता है, जो कि इस नए Create होने वाले Database को Access कर सकता है। इस नए User को हम केवल उतनी ही Privileges Grant करते हैं, जितनी एक User Registration के लिए जरूरी होती हैं। ताकि हमारा Database User के Malicious Actions से सुरक्षित रहे। नया User Create करने के लिए हम निम्न चित्रानुसार Steps Follow करते हैं:
Privileges Tab पर Click करते ही हमारे सामने उपरोक्त चित्रानुसार MySql के सभी Users दिखाई देने लगते हैं। यहां दिखाई देने वाले “Add a new user” Hyperlink पर Click करते ही हमारे सामने निम्नानुसार एक Form Display होता हैः
इस Form में सबसे पहले हमें Create होने वाले नए User का Username Specify करना होता है जबकि दूसरे Text Box में हमें MySql Database की Location को Specify करना होता है। चूंकि हमारा MySql Database हमारे Local Computer पर ही है, इसलिए यहां हमें Host के रूप में “Local” Value को ही Select करना होता है।
Username व Host Specify करने के बाद हमें Login Password Specify करना होता है। इन सभी Information का प्रयोग MySql तब करता है, जब Visitor Frontend में Registration Form को Fill करके “Register” या “Login” Button पर Click करता है।
User की Information Specify करने के बाद इसी Form के निचले हिस्से में निम्न Options दिखाई देते हैं जहां By Default रूप से “None” Selected रहता है। यदि हम चाहें तो जिस नाम का हम User Create कर रहे हैं, इसी Form के दूसरे Option को Select करके उसी नाम का नया Database भी Create कर सकते हैं। यानी हमें पहले से नया Database Create करने की जरूरत नहीं है।
इसी Form के अगले हिस्से द्वारा हम Create होने वाले नए User को Data Access करने से संबंधित विभिन्न प्रकार की Permissions Provide करते हैं। जब हम Create होने वाले नए User को Permissions Provide करते हैं, तब हमें विशेष सावधानी बरतना जरूरी होता है, क्योंकि यदि हम किसी User को जरूरत से ज्यादा Privileges Provide कर दें, तो End-User उस Privilege का गलत उपयोग कर सकता है। ये सभी बातें मूल रूप से DBA यानी Database Create करने वाला Administrator Handle करता है, जो कि एक Experience Holder व्यक्ति होता है।
सामान्यतः नए Developer को Database Develop करने की जरूरत नहीं होती। बल्कि Database Designing व Administration से संबंधित विभिन्न काम DBA स्वयं करता है, जिसके बारे में एक PHP Developer को सोंचने की जरूरत नहीं होती है।
विभिन्न प्रकार की सभी जरूरी बातें Specify करने के बाद अन्त में इस Form पर दिखाई देने वाले “Create User” Button पर Click करते ही नया User Create हो जाता है। User Create होते ही नया User निम्नानुसार List में दिखाई देने लगता हैः
इन नए Create होने वाले User को हमारे Newly Created Database के साथ Associate करने के लिए हमें इस User को Edit करना होता है। User को Edit करने के लिए हमें हमारे Newly Created User के साथ Associated “Edit Privileges” Hyperlink को Click करना होता है। जिसे Click करते ही हमारे सामने निम्नानुसार एक नया Form Display होता हैः
इस Form पर हमें उस Database को Select करना होता है, जिसके साथ हम Newly Created User को Associated करना चाहते हैं। जैसे ही हम उस User को Select करते हैं, हमारे सामने निम्नानुसार नया Form Display होता हैः
यहां Database पर User Permissions को Specify करने के बाद हमें “Go” Button पर Click करना होता है। अब यदि हम हमारे User को फिर से “Edit Privileges” Option पर Click करके Check करें तो हमारे Newly Created User के साथ निम्नानुसार हमारा Newly Created Database Associated दिखाई पडता हैः
यदि आप इतना लम्बा Procedure Use करना न चाहें, तो सबसे पहले Database Create करने के स्थान पर सीधे ही नया User Create करें और निम्न चित्र में दिखाए अनुसार पहले Radio Button के स्थान पर दूसरे Radio Button यानी “Create database with same name and grant all privileges” Option को Select करके नया User Create करें। ऐसा करने से जिस नाम का User होगा उसी नाम का नया Database Automatically Create हो जाएगा।
नया Database व User Create करने के बाद अब हमें अपने Database में Tables Create करना होता है। जिस Database में हमें Table Create करना होता है, उस Database पर Click करते ही हम उस Database में पहुंच जाते हैं और हमें निम्नानुसार Display प्राप्त होता हैः
यहां “Create table” Button पर Click करते ही हमारे सामने निम्नानुसार नया Form Display होता हैः
हालांकि हम कई तरीकों से phpMyAdmin Panel का प्रयोग करके Table Create कर सकते हैं, लेकिन ये तरीका सबसे उपयुक्त तरीका है और जैसे-जैसे आप phpMyAdmin Panel को Use करते जाऐंगे व MySql को ठीक से सीखते व समझते जाऐंगे, phpMyAdmin Panel और बेहतर तरीके से आपको समझ में आता जाएगा।
जब हम phpMyAdmin Panel का प्रयोग करते हुए MySql में Table Create करना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें हमारे Table का Structure तय करना होता है। इस Structure में हमें ये तय करना होता है कि हम हमारी Table में कितने Columns रखना चाहते हैं व हर Column में किस प्रकार का Data Store करना चाहते हैं। ये दोनों बातें DBA यानी Database Designer व Administrator तय करता है, जो कि पूरी तरह से Develop किए जाने वाले Application की Requirements पर आधारित होता है।
चूंकि हम हमारे उदाहरण में एक User Registration System Create करना चाहते हैं और सामान्यतः किसी User Registration System में निम्न बातें होती हैं, जिन्हें User Registration System के Users नाम की Table में Store किया जा सकता हैः
userid | username | pwd | confirmpwd | regtime | confirmed |
सामान्यतः जब हम User Registration करते हैं, तो हमें Double Opt-in System को Use करना होता है। इस तरीके के अन्तर्गत जब User Registration Form पर विभिन्न Registration Information Fill करके Submit Button पर Click करता है, तो उसे एक Confirmation Email प्राप्त होता है, जिसमें एक Confirmation Link होता है। उस Link को Click करने के बाद ही वह User एक Confirmed Registered User होता है। इस तरीके का प्रयोग इसलिए किया जाता है ताकि Spamming को रोका जा सके।
इसीलिए उपरोक्त Structure में हमने “confirmed” नाम का एक नया Column Create किया है। ये एक Boolean Value Hold करता है। यदि User Confirmation Link पर Click करता है, तो इस Column की Value को Update करके True या 1 Set कर दिया जाता है, जो इस बात का Indication होता है कि User ने जो Email Address Specify किया है, वह एक Valid Email Address है।
जबकि यदि User Confirmation Link पर Click नहीं करता, तो इस Column में Default रूप से False या 0 Stored रहता है, जो इस बात का Indication होता है कि User एक Properly Registered User नहीं है। यानी या तो User वास्तव में हमारी Site पर Register करने के प्रति पूरी तरह से गंभीर नहीं है अथवा उसने अपना Email Address गलत Specify किया है। जिससे उसे Confirmation Email प्राप्त नहीं होता व User Confirmation Link पर Click करने में सक्षम नहीं होता।
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PHP in Hindi | Page: 647 | Format: PDF