JDBC – The Java Database Connectivity API: ज्यादातर Web-Based Application Programs को Database Management System (DBMS) से Interact करने की जरूरत पडती है। DBMS वे Software होते हैं जिनका प्रयोग Application द्वारा Use की जाने वाली Information को Store करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण के लिए यदि हम किसी Search Engine से किसी Web Site के URL को Search करते हैं, तो वह URL किसी ना किसी DBMS Software में ही Stored रहता है। इसी तरह से मानलो कि हम Online Ticket Management करने के लिए एक Software बनाना चाहते हैं। तो इस प्रकार का Software बनाने के लिए ये जरूरी होता है कि Software से सम्बंधित Data को किसी ना किसी एक व्यवस्थित तरीके से Manage किया जाए।
हम हमेंशा हमारे Important Data को एक File के रूप में Store करके अच्छी तरह से Manage नहीं कर सकते हैं। ऐसे में Data को Manage करना काफी कठिन काम होता है। Data को Manage करने के लिए विभिन्न प्रकार के अधिक सुरिक्षत व Manageable Software बनाए गए हैं। इन Software को DBMS Software कहा जाता है।
हमारा Application जिन Data को Access करता है, उन्हें Store करने के लिए हम Database Management Software का प्रयोग करते हैं। लेकिन User आसानी से अपने Data के साथ विभिन्न प्रकार का Interaction कर सके, इसके लिए एक सरल User Interface की भी जरूरत होती है।
जब हम Data को Store करने के लिए SQL, Oracle या किसी अन्य प्रकार के DBMS Software को चुनते हैं तब हम User Interface Development के लिए जावा को Use कर सकते हैं। जब हम जावा को User Interface Develop करने के लिए Use करते हैं, तब जावा को Front-End Software व DBMS Software को Back-End Software कहा जाता है।
Database Management System Software
Database आपस में Logically Related Information का एक Collection होता है और इस Collection को जिस प्रकार के Software द्वारा Handle व Manage किया जाता है, ऐसे Software को Database Management System (DBMS) Software कहते हैं। ये Software हमें वे Mechanism प्रदान करते हैं, जिनका प्रयोग करके हम किसी Database के Data को Database से Retrieve करने, Modify करने या Database में Add करने में सक्षम हो पाते हैं।
आज Data को Store करने के लिए विभिन्न प्रकार के DBMS Software उपलब्ध हैं और हम जिस DBMS Software को Use करना चाहें, उसे Use कर सकते हैं, लेकिन विभिन्न प्रकार के DBMS Software हमारे Data को उनके स्वयं के प्रकार में Store करते हैं। उदाहरण के लिए MS-Access में Store किया जाने वाला Data .MDB Format में Save होता है, जबकि MS-SQL Server में Store किया जाने वाला Data .DAT Format में Save होता है।
DBMS Software एक ऐसा Software होता है, जिसे किसी दूसरे Computer पर Data को Store करने के लिए Install किया जाता है और किसी और Computer पर स्थित किसी अन्य Front-End से इस Computer के Database में Data को Use किया जा सकता है। यानी User Interface व Database दोनों अलग-अलग Computer पर Stored होते हैं, फिर भी आपस में मिलकर एक Unit की तरह काम कर सकते हैं।
Database Connectivity
हम समझ सकते हैं कि हमारे Application का Data एक अलग Software में Store रहता है जबकि उस Data को Access करने के लिए जो Functionality हमें DBMS Software द्वारा प्राप्त होती है, उसे Use करके हमारा Front-End Software Back-End Database से Data को Access करने में सक्षम हो पाता है। यानी हमारा User Interface व Database दोनों दो अलग Computer पर हो सकते हैं। इस स्थिति में दो अलग Software के बीच आपस में Data का Interchange होता रहता है।
यानी Front-End User Interface से Input किया गया Data Back-End Database में Store होता है और जरूरत पडने पर Back-End Database से Required Data Front-End User Interface में आता है।
ये प्रक्रिया तभी सम्भव हो सकती है, जब Back-End Database व Front-End User Interface दोनों आपस में किसी तरीके से Connected हों। User Interface को Database से Connect करने के लिए एक विशिष्ट तरीके की जरूरत होती है। इस तरीके को Windows Platform के लिए Microsoft ने ODBC के रूप में हमें प्रदान किया है।
ODBC एक ऐसा Middle Level Software होता है, जो एक Back-End Database को एक Front-End User Interface से Connect कर देता है। इसे Open Database Connectivity (ODBC) कहा जाता है, जो कि Back-End Database व Front-End User Interface के बीच एक Protocol या एक Standard के समान काम करता है और इनके बीच आपस में Communication करवाने की सुविधा प्रदान कर देता है।
Open Database Connectivity ( ODBC API)
ODBC API Library Routines या Operating System के Functions का एक ऐसा समूह होता है तो हमारे Program को विभिन्न प्रकार के Databases से Connect होने व उनसे Communication करने की क्षमता प्रदान करता है। कोई Database किसी User Interface से Communicate कर सके, इसके लिए हमें केवल उस DBMS Software के ODBC Driver को Install करना होता है, जिसे हम Back-End के रूप में Use करना चाहते हैं।
मानलो कि हम Back-End के रूप में Oracle को Use करना चाहते हैं। इसके लिए हमें सबसे पहले Oracle Database को Computer में Install करना होगा और फिर अपने Front-End से Oracle को Connect करने के लिए अपने Computer System में Oracle के ODBC Driver को Install करना होगा।
जब हम Program को इस तरह से Develop करते हैं, जिसके दो हिस्से होते हैं। पहला हिस्सा Back-End Database होता है, जो Data Server की तरह काम करता है, जबकि दूसरा हिस्सा Front-End User Interface होता है, जो कि Client की तरह काम करता है, तब यदि हम User Interface को Upgrade करते हैं, तो हमें Database में Upgrade करने की जरूरत नहीं होती है और यदि हम Database को Upgrade करते हैं, तो हमें User Interface को Upgrade करने की जरूरत नहीं होती है। ODBC Application Architecture को हम निम्नानुसार चित्र के रूप में मान सकते हैं:
Java Database Connectivity ( JDBC API)
Java Database Connectivity (JDBC) हमें ऐसे Database-Programming API Provide करता है, जिसका प्रयोग करके हम जावा Programs को Front-End की तरह Use करने में सक्षम हो पाते हैं।
चूंकि ODBC APIs को “C” Language जैसी Programming Language में Develop किया गया होता है, जिनमें Pointers व अन्य प्रकार के Concepts का प्रयोग किया जाता है, इसलिए जावा इन ODBC APIs को Direct Support नहीं करता है और इनसे Directly Communication करने में सक्षम नहीं हो पाता है, क्योंकि जावा Pointers जैसे Concept को Support नहीं करता है।
इस स्थिति में जावा Front-End के रूप में काम करे और Back-End के रूप में स्थित DBMS Software से Communication कर सके, इसके लिए JavaSoft Company ने JDBC-ODBC Bridge Driver API Develop किए हैं, जो कि JDBC API को ODBC API में Translate करने का काम करते हैं। इनका प्रयोग ODBC Driver APIs के साथ में किया जाता है। JDBC Drivers आज हमें कई Categories में उपलब्ध हैं, जो कि निम्नानुसार हैं:
- JDBC-ODBC Bridge + ODBC Driver
- Native API Partly Java Driver
- JDBC-Net Pure Java Driver
- Native Protocol Pure Java Driver
JDBC Application Architecture को हम निम्नानुसार चित्र के रूप में मान सकते हैं:
JDBC Driver Manager
JDBC Driver Manager JDBC Architecture का मुख्य आधार है। JDBC Driver Manager के Functions हमारे Application में Specify किए गए Appropriate Driver से हमारे Java Application को Connect करने का काम करते हैं।
JDBC-ODBC Bridge
Sun Microsystems ने हमें JDBC के एक हिस्से के रूप में एक ऐसा Driver Provide किया है, जिसका प्रयोग करके किसी ODBC Data Source को JDBC द्वारा Access किया जा सकता है। ये Driver ODBC Data Source व Java Application के बीच एक Bridge का काम करता है, इसलिए इस Driver को JDBC-ODBC Bridge नाम दिया गया है। इस Bridge को JdbcOdbc.class के रूप में Implement किया गया है और ODBC Drivers को Access करने के लिए इसमें एक Native Library का प्रयोग किया गया है। Windows Platform के लिए इस Native Library का नाम JDBCODBC.DLL होता है।
Installing The ODBC Driver
ODBC Driver को Configure करने के लिए हमें सबसे पहले Control Panel में जाना होता है। Control Panel में निम्नानुसार एक Data Source (ODBC) Driver Configuration Icon होता है, जिसे Double Click करना होता है।
इस Icon पर Double Click करने पर हमारे सामने निम्नानुसार एक ODBC Data Source Administrator Dialog Box Display होता है:
मानलो कि हमारा Database हमने Microsoft Access में बनाया है। इस स्थिति में हमें User DSN Tab के “User Data Source:” नाम की List में दिखाई देने वाले “MS Access Database” नाम के को चुनना होता है। इस Option को चनने के बाद “Configure…” नाम के Button पर Click करना होता है। जब हम इस Button को Click करते हैं, तब हमारे सामने निम्नानुसार अगला Dialog Box Display होता है:
इस Dialog Box पर हमें कई Buttons दिखाई देते हैं। यदि हम नया Database Create करना चाहें, तो हमें “Create…” नाम के Button को Click करना होता है। लेकिन चूंकि हम ये मान रहे हैं कि हमने हमारा Database पहले ही Create कर लिया है, इसलिए उस Created Database को अपने Data Source से Connect करने के लिए हमें “Select…” Button पर Click करना होता है। जब हम इस Button पर Click करते हैं, तब हमारे सामने निम्नानुसार एक और Dialog Box Display होता है:
इस Dialog Box में हमें उस Database को Select करना होता है, जिसे हम जावा Front-End से Connect करना चाहते हैं। वांछित Database को Select करने के बाद हमें OK Button पर Click करना होता है। जब हम OK Button पर Click करते हैं, तब हम फिर से पिछले Dialog Box पर पहुंच जाते हैं।
इस Dialog Box पर भी एक OK Button होता है, जिस पर हमें Click करना होता है। जब हम OK पर Click करते हैं, तब हम सबसे पहले Dialog Box पर पहुंच जाते हैं। यहां पर भी हमें OK पर ही Click करना होता है और हमारा Database “MS Access Database” नाम के User DSN से Connect हो जाता है।
यदि हम किसी और नाम का एक नया ODBC Data Source Create करना चाहें, तो ये काम करने के लिए हमें “ODBC Data Source Administrator” Dialog Box में “Configure…” Button के स्थान पर “Add…” Button को Click करना होता है।
जब हम “Add…” Button पर Click करते हैं, तब हमारे सामने निम्नानुसार “Create New Data Source” नाम का Dialog Box आता है। इस Dialog Box में हम उस Database के ODBC Driver Select करते हैं, जिससे Front-End को Connect करना होता है। चूंकि हमें यहां पर MS-Access से Front-End को Connect करना है, इसलिए हम यहां पर निम्नानुसार “Microsoft Access Driver (*.mdb)” Option को Select करते हैं।
इस Option को Select करके Finish Button पर Click करते ही हमारे सामने निम्नानुसार एक और नया Dialog Box Display हो जाता है। इस Dialog Box में हमें हमारे नए Data Source DSN का नाम Specify करना होता है और “Select…” Button पर Click करके उस Database को Select करना होता है, जिसे हम Front-End से Connect करना चाहते हैं।
हम जिस Database को Select करते हैं, उस Database का नाम चित्र में दर्शा, गए Rectangle के स्थान पर दिखाई देने लगता है। Data Source का नाम देने और Database Select करने के बाद हमें इस Dialog Box पर स्थित OK Button को Click करना होता है। जब हम OK Button पर Click करते हैं, तब हमारे सामने निम्नानुसार पिछला Dialog Box Display होता है, जिसमें एक नया “User Data Source” दिखाई देने लगता है।
इस Dialog Box पर स्थित OK Button पर Click करके हम इस Dialog Box को भी Close कर सकते हैं। जब हम इस पूरी प्रक्रिया को ज्यों का त्यों अपनाते हैं, तब हमें हमारे Database से Connect होने का एक Open Connection प्राप्त हो जाता है, जिसमें हमारा Database Embedded होता है। हम इस Data Source Connection का प्रयोग करके किसी भी Front-End Application से Connect हो सकते हैं और Connected Database के Data को Access करने में सक्षम हो जाते हैं।
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Java Programming Language in Hindi | Page: 682 | Format: PDF