Learn Java Applet Step by Step: जावा Applet, Internet Computing में Use किए जाने वाले छोटे-छोटे Programs होते हैं। इन Programs को एक Computer से दूसरे Computer में Internet पर Transport किया जा सकता है और Applet Viewer या किसी Java Enabled Web Browser द्वारा Run किया जा सकता है।
किसी भी अन्य Application Program की तरह ही एक Applet भी हमारे लिए कई जरूरी काम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए Applet विभिन्न प्रकार के Arithmetical Operations Perform कर सकते हैं, Applet में विभिन्न प्रकार के Graphics Display हो सकते हैं जो कि Web Page पर दिखाई देते हैं, ये Applets विभिन्न प्रकार के Sounds Play कर सकते हैं और Browser में विभिन्न प्रकार के Animations Display कर सकते हैं। यानी एक Web Browser में Java Applets को Use करके हम किसी Web Site में Multimedia को Use करके Web Page को अधिक उपयोगी, Informative, सरल, Interactive व Dynamic बना सकते हैं।
जावा के कारण ही हम Internet के आज के स्वरूप को देख सकते हैं जिसमें ढेर सारा Multimedia Use किया जा सकता है। अब एक Web Page में ना केवल Simple Text व Static Image होता है, बल्कि Web Pages में हम आज विभिन्न प्रकार के Multimedia जैसे कि Sound, Animation, Videos व Graphics को भी देख सकते हैं।
जावा Applets Internet Server से Access होते हैं और Internet पर Transported होते हैं। यानी ये वे Software होते हैं जो Internet पर चलते हैं। जब User किसी Web Page के Link को Click करता है, तब उस Web Page में यदि कोई Java Applet हो, तो वह Applet Automatically Internet Server से Access हो कर User के Computer में Installed हो जाता है और Web Page के एक हिस्से की तरह Run होता है। जब एक Applet Client के Computer पर आ जाता है, तो वह Applet User के Computer के Resources को एक सीमा में रहते हुए ही Access करता है, ताकि ये एक उचित User Interface प्रदान कर सके, विभिन्न प्रकार की जटिल Computations कर सके और Client के Computer व Data को Virus से किसी प्रकार का खतरा ना हो।
Applet – Local and Remote
किसी Applet को हम Web Page में दो तरीकों से Embed कर सकते हैं। पहले तरीके में हम हमारा स्वयं का Web Page बनाते हैं और उसमें Applet को Embed कर देते हैं। दूसरे तरीके में हम किसी Applet को किसी Remote Computer System से Download करते हैं और फिर उसे अपने Web Page में Embed कर लेते हैं।
एक ऐसा Applet जिसे Local Computer पर Develop किया गया हो और उसी Local System पर उस Applet को Store किया गया हो, तो इस प्रकार के Applet को Local Applet कहते हैं। जब एक Local Web Page किसी Local Applet को खोजता है, तब उसका Internet से Connected रहना जरूरी नहीं होता है। ऐसा Web Page सामान्यतया Local Computer की विभिन्न Directories को Search करके Applet को खोजता है और Web Page में Load कर देता है।
Remote Applet ऐसा Applet होता है जिसे किसी अन्य Developer ने Develop किया होता है और किसी ऐसे Computer System पर Store किया होता है जो कि Internet से Connected होता है। यदि हमारा Computer Internet से Connected हो तो हम उस Remote Applet को Internet द्वारा Download करके अपने Local Computer System पर Run कर सकते हैं।
किसी Remote Computer पर रखे Remote Applet को खोजने व अपने Computer System के Web Browser में Load करने के लिए हमें उस Applet के Web Address की जानकारी होना जरूरी होता है। किसी Applet के इस Web Address को Uniform Resource Locator (URL) कहते हैं और इस Address को हमें हमारी HTML File में APPLET Tag के CODEBASE Attribute के एक मान के रूप में Specify करना होता है। हम किसी Remote Applet को अपनी HTML File में निम्न Code Statement द्वारा Specify कर सकते हैं:
CODEBASE = http:// www.achyut.com /applets
लेकिन जब हम Local System पर किसी Applet को Locate करना चाहते हैं, तब इस CODEBASE Tag में हमें हमारे Applet के Local Address यानी Applet का Directory Path देना होता है।
Clients and Servers
यदि किसी User को किसी Applet की जरूरत है और वह Applet उसके Computer पर उपलब्ध नहीं है, तो वह User उस Applet को किसी Remote Computer से प्राप्त करके Use कर सकता है। उसे ये जानने की जरूरत नहीं होती है कि वह Applet किस Remote Computer पर स्थित है या किस तरह से बना है। एक तरह से देखा जाए तो एक User Internet द्वारा पूरी दुनियां के Computers से जुड जाता है और जिस प्रकार की सूचना चाहे उस तरह की सूचना को Internet से Applet के रूप में प्राप्त कर सकता है।
Information Technology (I.T.) की भाषा में कहें तो जिस Computer से User को सूचनाएं Applet या Web Pages के रूप में प्राप्त होती हैं, उस Remote Computer को Server कहते हैं और User का Local Computer जो कि Applet या Web Pages द्वारा किसी प्रकार की Information को Server से प्राप्त करना चाहता है, उसे Client कहते हैं। इस तरह से एक Local Computer के Browser व एक Remote Computer से आने वाले Applet की Information के बीच में Client/Server की Relationship बन जाती है। इस स्थिति में Client वह होता है, जो Web Page के HTML Documents को अपने Local Computer पर Download करता है, जबकि Server वह होता है, जो Web Pages को Client के Computer पर Upload करता है।
User का Computer हमेंशा Client नहीं होता है और Remote Computer हमेंशा Server नहीं होता है। कब कौनसा Computer Client होगा और कब कौनसा Computer Server होगा, ये इस बात पर निर्भर होता है कि किसी समय कौनसा Computer किस तरह का काम कर रहा है।
उदाहरण के लिए जब एक User किसी Web Site का Address अपने Browser में Fill करके Internet से उस Web Page को देखना चाहता है, उस समय वह Web Page जिस Computer पर होता है, वह Remote Computer Server होता है और User का Local Computer Client होता है। लेकिन जैसे ही Web Page User के Computer में Download हो जाता है और User किसी अन्य Web Page को Search करने के लिए किसी Search Engine में कुछ Texts Input करता है, वैसे ही User का Computer Server बन जाता है और File को Search करने वाला Program Client बन जाता है। (Learn Java Applet Step by Step)
ये Article इस वेबसाईट पर Selling हेतु उपलब्ध EBook Java in Hindi से लिया गया है। इसलिए यदि ये Article आपके लिए उपयोगी रहा, तो निश्चित रूप से ये पुस्तक भी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
Java Programming Language in Hindi | Page: 682 | Format: PDF