What was the Limitations of ADO that Microsoft developed ADO.NET?

Limitations of ADO: ADO, Microsoft की तरफ से Data Access करने की सबसे Advance तकनीक थी जिसे Microsoft द्वारा किसी भी प्रकार के Data Source से किसी भी प्रकार के Data को Access व Manipulate करने के लिए Design व Develop किया गया था।

इसीलिए जब .NET Framework को Launch किया गया, तो केवल ADO को ही विभिन्न प्रकार के Data Source से Data Access करने के लिए ADO.NET के रूप में .NET Framework में Implement किया गया था। जबकि जिस समय ADO.NET Develop किया जा रहा था, उस समय DAO, RDO, ODBCDirect व OleDb जैसे कई अन्‍य Data Access Technologies को भी काफी उपयोग में लिया जाता था।

ADO को मूल रूप से Unmanaged Code के माध्‍यम से Data Source से Data को Access व Manipulate करने के लिए Design किया गया था। जबकि .NET Framework में Unmanaged Code को Interop नाम के COM Object के माध्‍यम से Access व Manipulate करने के लिए Redefine किया गया था। क्योंकि COM Object वास्तव में DLL Hell नाम की एक Specific Type की परेशानी का शिकार था और ADO वास्तव में एक COM Based Component था।

इसलिए .NET Framework जैसे Managed Code के रूप में Design किए गए Platform में COM Based ADO को ज्यों का त्यों उपयोग में नहीं लिया जा सकता था। अत: Microsoft ने ADO को पूरी तरह से Managed Codes के आधार पर Develop किया। परिणामस्वरूप हमें ADO.NET के रूप में ADO का Latest Version प्राप्त हो सका।

इसके अलावा ADO की एक कमी ये भी थी की ADO को XML Data के साथ प्रक्रिया करने के लिए Design नहीं किया गया था। इसलिए ADO को इसलिए भी Modify करना जरूरी था ताकि वह XML Data के साथ सामान्‍य तरीके से Processing कर सके। क्योंकि XML एक ऐसा Standard या Universal Data Format है, जिसे कोई भी Application Software व Programming Language समान प्रकार से Access व Manipulate कर सकता है।

इस वजह से समान Data को अलग-अलग Application Software में उसी स्थिति में Use किया जा सकता है, जबकि Data Access Library, Data Source को XML Format में Access व Manipulate कर सके। इसलिए ADO को Modify करके इस लायक बनाना भी जरूरी था कि वह XML Data को Handle कर सके।

क्योंकि जिस समय ADO.NET को विकसित किया जा रहा था, उस समय विभिन्न प्रकार की Web Services के माध्‍यम से जो Data विभिन्न प्रकार के Client Applications को Provide किया जाता था, वह Data XML Format में ही होता था। इसलिए ADO.NET को Develop करने का एक कारण ये भी था कि विभिन्न प्रकार के Client Applications अलग-अलग माध्‍यमों से Generate होने वाले Data को XML के रूप में Defined एक Universal Format में Platform Independent तरीके से Access व Manipulate कर सकें।

साथ ही ADO, Disconnected Computing को भी Support नहीं करता था, जबकि Market की Requirement को आसानी से पूरा करने के लिए ये जरूरी था कि ADO को Disconnected Computing के लिए भी विकसित किया जाए। क्योंकि XML Support, Concurrency Disconnected Architecture युक्त ADO को ही ADO.NET के नाम से जाना जाता है।

जैसाकि हम जानते हैं कि .NET Classes को Namespaces में Group किया जा सकता है। इसलिए ADO.NET Related Functionality की सभी Classes को System.Data Namespace के अन्तर्गत रखा गया है।

साथ ही अन्‍य .NET Components की तरह ADO.NET, .NET Framework के अन्‍य Namespaces जैसे कि System.Web.UI.WebControls.Adapters.TableAdapter या System.Transaction के साथ Interaction कर सकता है।

ADO.NET Architecture को मूल रूप से दो भागों में Divide किया जा सकता है, जिसे Connected Database Disconnected Database के रूप में Identify किया जाता है। इसलिए ADO.NET से सम्बंधित विभिन्न Classes को भी Connected व Disconnected के रूप में दो भागों में Divide किया जा सकता है। केवल DataAdapter Type ही एक अपवाद है, जो Connected व Disconnected, दोनों प्रकार के Mode में समान प्रकार से काम करता है। (Limitations of ADO)

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ADO.NET with C# in Hindi | Page:501 | Format: PDF

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