Message Passing System C++: Object Oriented Program में Objects का पूरा एक समूह होता है। ये Objects आपस में Communication करते हैं। किसी Object Oriented Programming में निम्न तीन Concepts होते हैं:
- Abstract Data के आधार पर एक ऐसी Class Definition Create करना जो Required Object की Properties व उसके Behaviors को Describe करे।
- Create किए गए Abstract Data Type या Class के Objects Create करना।
- Create होने वाले विभिन्न Objects के बीच Communication को Establish करना।
दो Objects आपस में उसी प्रकार से Information भेज कर व प्राप्त करके Communication करते हैं, जिस तरह से Real World में आम लोग आपस में Message Pass करके Communication करते हैं।
Message Passing के Concept से हम Computer Application के रूप में किसी समस्या को उसी प्रकार से Directly Modal कर सकते हैं, जिस तरह से उस समस्या को Real World में Describe करते हैं।
Message Passing Concept में जब एक Object A किसी दूसरे Object B से Communication करना चाहता है, तब वह Object A उस दूसरे Object B को एक Message Pass करता है यानी उस दूसरे Object B के किसी Member Function को Call करता है। इस Concept में तीन बातें होती हैं-
- Object
- Message ( Member Function of the object)
- Information (Arguments in the Member Function of the object)
उदाहरण के लिए मानलो कि Customer Object Account Object से अपने Bank Balance की जानकारी प्राप्त करना चाहता है। ऐसे में Customer Object, Account Object को एक Message भेजता है ( यानी Account Object के Reference में किसी Member Function को Call करता है। ) और Message में Bank Balance की जानकारी प्राप्त करने के लिए Information (Arguments) भेजता है। यानी Customer Object Account Object से निम्नानुसार Communication करता है-
Account.Message(Bank_Balance);
जब हम इस प्रकार से Account Object से Bank Balance Return करवाते हैं, तो उस Bank Balance को Customer Object के लिए Use कर सकते हैं। इस प्रकार से एक Object (Customer) दूसरे Object (Account) से Communication करने के लिए दूसरे Object के किसी Appropriate Member Function को Call करते हुए उसे Message भेजता है, तथा किसी जानकारी के लिए Arguments के रूप में Request करता है। दूसरा Object उस Request को Message द्वारा प्राप्त करता है और Appropriate Member Function के Execution द्वारा पहले Object को उसकी Required Information प्रदान कर देता है।
OOPS एक ऐसा Concept है, जिसके आधार पर हम किसी समस्या को Design करते समय उसे विभिन्न प्रकार के Physical Objects के रूप में परिभाषित करते हैं और इन विभिन्न प्रकार के Physical Objects को Computer में किसी भी Programming Language में Logically Represent कर सकते हैं। विभिन्न प्रकार के Objects को जिस Programming Language में अच्छी तरह से Represent किया जा सकता है, उस Programming Language को हम Object Oriented Programming Language कह सकते हैं।
“C++” एक ऐसी ही Programming Language है, जो OOPS के सभी Concept को Computer में Implement करने में सक्षम है। यदि हम Object को सरल रूप में परिभाषित करें, तो हम ये कह सकते हैं कि Object एक ऐसा Variable होता है, जिसमें एक से ज्यादा प्रकार के “Basic Data Type” के मानों को Store व Manipulate किया जाता है।
ये तय करने के लिए कि Object किस प्रकार के और कितने मानों को Manipulate करने का काम करेगा या Object किस Physical Real World Object को Logically Computer में Represent करेगा, हमें एक Specification (Modal) बनाना होता है। ये Specification या Modal जो कि Object की विशेषताओं या Attributes (Data Members) और उन विशेषताओं (Data Members की States) में परिवर्तन करने वाले Object के Behaviors (Member Functions) को Represent करता है। इस Specification को ही Class कहते हैं, जो कि एक तरफ तो किसी Real World Object को Computer में Logically Represent कर रहा होता है और दूसरी तरफ वही Class किसी Object का एक ऐसा Specification होता है, जो Programming Language में उस Real World Object को Logically एक नए Data Type के रूप में Represent कर रहा होता है। (Message Passing System C++)
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C++ Programming Language in Hindi | Page: 666 | Format: PDF