Multi Dimentional Array – C++ Example

Multi Dimentional Array C++ Example: अभी हमने जिस प्रकार के Array को समझा वह One – Dimensional Array कहलाता है। हम जितने चाहें उतने Dimension का Array Create कर सकते हैं। इसके लिए हमें निम्नानुसार Statement लिखना होता है:

float sales[4][3];                       // define two-dimensional array

Two Dimensional Array को Access करने के लिए हमें Nested Form loop का प्रयोग करना होता है। जैसे इस उदाहरण में हम East, West, North व South चार दिशाओं में हर तीन महीने में कितनी Selling हुई है, इस बात को Store करना चाहते हैं। इस स्थिति में हमें निम्नानुसार for Loop का प्रयोग करना होगा:

for(int y=0; y<3; ++y)              		// step from row to row
{
   for(int x=0; x<4; ++x)           		// step from column to column
      cout << sales[x][y] << ' ';   		// display value and a space
   cout << endl;                     		// go to next line
}

2-D Array को हम एक ऐसा Array भी कह सकते हैं जिसमें कुछ और Arrays हों। यहां Sales का Array एक ऐसा Array है जिसके चार Sub Arrays हैं जिसमें हरेक में तीन Elements हैं। सभी Sub Arrays एक One – Dimensional Arrays हैं जिन्हें हम sales[0], sales[1] व sales[2] कह सकते हैं। एक Two – Dimensional Array को Initialize करने के लिए हम निम्न तरीका Use कर सकते हैं:

float sales[4][3] = {   { 1437.07,   234.50,   654.01},
                       	{  322.00, 13838.32, 17589.88},
                       	{ 9328.34,   934.00,  4492.30},
                       	{12838.29,  2332.63,    32.93}
 	     	    };

इसी तरह से यदि हम चाहें तो निम्नानुसार 3 – Dimensional या अधिक Dimensions का Array भी Create कर सकते हैं:

float sales[4][3][4]

हमें “C++” में हमेंशा ये ध्‍यान रखना होता है कि हम Array की Limit से बाहर के Data को Access ना करें। उदाहरण के लिए यदि हमने Array की Size चार Define की है और हम पांचवे Element को Access करना चाहें तो हमें Meaningless मान प्राप्त होगा।

इसी तरह से यदि हम पांचवे Index Number पर Data Store करना चाहेंगे तो हो सकता है कि हमारा Data किसी अन्‍य Program के Data को Damage कर दे। इसलिए हम जब भी Array का प्रयोग करते हैं, हमें इन दोनों बातों करे ध्‍यान में रखना जरूरी होता है।

जब हम C++ में किसी Class का Object Create करते हैं, तो उसे Instance कहते हैं और हम हमारी जरूरत के अनुसार किसी Class के Objects या Instances का Array भी Create कर सकते हैं, जिसके विषय में हम अगले Article में समझेंगे।

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C++ Programming Language in Hindi | Page: 666 | Format: PDF

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