MVC Tutorial for Beginners

MVC Tutorial for Beginners - Hindi

MVC Tutorial for Beginners – Dynamic Web Site एक ऐसी Web Site होती है, जिसके Contents User Input के आधार पर बदलते रहते हैं। किसी भी Web Site के हमेंशा तीन हिस्से होते हैं, जिसे 3-Tier Architecture के रूप में Define किया जाता है। वर्तमान समय में Modern Software Development में इस 3-Tire Architecture को MVC Pattern के नाम से ज्यादा Identify किया जाता है।

MVC Pattern

MVC एक Software Designing Pattern है, जो कि Best Designing Pattern है। इस Pattern को Use करते हुए किसी भी तरह के Software को आसानी से Design, Develop, Debug Manage, Maintain, Update, UpgradeExtend किया जा सकता है।

इस Pattern में मूल रूप से तीन हिस्से होते हैं, जो 3-Tier Architecture के तीनों Tiers यानी Client Tire को MVC Pattern का View Part, Middle Tire को MVC Pattern का Controller Part व Server  Tier को MVC Pattern का Modal Part Define करता है। इस प्रकार से 3-Tier Architecture को MVC Pattern के Modal, ViewController Part द्वारा Identify किया जाता है।

हम किसी Desktop Application Software की बात करें या किसी Dynamic Web Site या Web Application की, सभी में केवल एक ही मूल अन्तर होता है और वह अन्तर केवल ये है कि ये Softwares अलग-अलग Platform पर अलग-अलग तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाए जाते हैं। जबकि मूल रूप से इन सभी को Develop करने का तरीका व Development के लिए Apply किए जाने वाले Concepts एक समान ही होता है।

इसलिए यदि हम इस पुस्तक में Web Development के विषय में बात कर रहे हैं, तो इसका मतलब ये नहीं है, कि इस पुस्तक में समझाए जाने वाले Concepts केवल Web Applications के लिए ही उपयोगी हैं, बल्कि ये सभी Concepts किसी Desktop Application के Development के लिए भी उतने ही Valid हैं, जितने किसी Web Application या Mobile Application के लिए।

चूंकि इस पुस्तक में हमारा विषय Web Development है, इसलिए किसी भी Web Application के हमेंशा तीन हिस्से होते हैं। पहला हिस्सा वो हिस्सा होता है, जो User को दिखाई देता है। इस हिस्से को 3-Tier Architecture में Client Tier या Frontend के नाम से जाना जाता है जबकि MVC Pattern में इसे View नाम से जाना जाता है।

इस हिस्से को Design करने के लिए Web Development में सामान्यतः HTML, XML, CSS, JavaScript जैसी Markup व Scripting Languages को Use किया जाता है। इन Languages का प्रयोग करके हम ये तय करते हैं कि हमारे Web Application का Content Web Site को देखने वाले Visitor या User को किस तरह से दिखाई देगा। इसीलिए इस Part को MVC Pattern में View नाम से Represent किया जाता है।

MVC Pattern का दूसरा हिस्सा Controller कहलाता है जो कि कुछ हद तक 3-Tier Architecture के Middle Tier को Represent करता है। MVC Pattern का यही हिस्सा तय करता है कि MVC Pattern के View Part में कौनसा Data किन Conditions में दिखाई देगा जबकि User Input के रूप में आने वाला कौनसा Data, Web Application के Database में किस Condition में किस तरह से Store होगा।

यानी पूरे MVC Pattern के बीच Data Flow की Controlling का काम यही हिस्सा करता है। सामान्यतः इस हिस्से में विभिन्न प्रकार की Server Side Scripting Languages जैसे कि PHP, ASP.NET, JSP, Perl, Python आदि का प्रयोग किया जाता है।

MVC Pattern का तीसरा हिस्सा Modal Part के नाम से जाना जाता है। यानी Web Application में User Input के रूप में MVC Pattern के View Part से आने वाला सारा Data इसी Modal Part में Store होता है और View Part में दिखाई देने वाला सारा Data इसी Modal Part से View Part में जाता है।

जबकि User Input के रूप में आने वाला Data किस तरह से Modal Part में Store होगा और Modal Part से User की Requirement के आधार कौनसा Data User के सामने View Part में दिखाई देगा, इस बात की Controlling का सारा काम MVC Pattern का Controller Part करता है।

MVC Pattern में किसी Web Application का ये हिस्सा Web Application के सारे Data के लिए Warehouse या Storeroom यानी गौदाम की तरह काम करता है। पूरे Web Application के बीच Data का Flow इसी Central Warehouse से होता है। यानी Web Application का सारा Data इसी Central Warehouse में आता है और इसी Central Warehouse से Web Application के अन्य Parts में जाता है।

MVC Pattern में Web Application के इस Modal Part के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के DBMS Software जैसे कि Oracle, MySql, MSSQL-Server आदि का प्रयोग किया जाता है।

अलग-अलग Scripting Languages के साथ अलग-अलग DBMS Software Best तरीके से Match होते हैं। उदाहरण के लिए जब हम ASP.NET को Server Side Scripting Language के रूप में Use करते हैं, तो ASP.NET के साथ Microsoft Company का MSSQL-Server या MS-Access Best तरीके से Match होता है। जब हम JSP यानी Java को Server Side Scripting Language के रूप में Use करते हैं, तो JSP के साथ Oracle Best तरीके से Match होता है। जबकि यदि हम PHP को Server Side Scripting Language के रूप में Use करते हैं, तो PHP के साथ MySQl DBMS Software Best तरीके से Match होता है।

हालांकि ये सभी DBMS Software किसी भी Scripting Language से पूरी तरह से Independent होते हैं, इसलिए हम किसी भी DBMS Software को किसी भी Scripting Language के साथ Connect करके अपने Application के Modal Part में उपयोग में ले सकते हैं।

लेकिन यदि हम हर Scripting Language के साथ उसका Best Matching DBMS Software उपयोग में लेते हैं, तो हमें बहुत सारे सुविधाजनक Features प्राप्त होते हैं, जो कि केवल उसी स्थिति में उपयोग में लिए जा सकते हैं, जबकि हम उस DBMS से संबंधित Best Matching Scripting Language को Use करें।

PHP in Hindiये Article इस वेबसाईट पर Selling हेतु उपलब्‍ध EBook PHP in Hindi से लिया गया है। इसलिए यदि ये Article आपके लिए उपयोगी रहा, तो निश्चित रूप से ये पुस्तक भी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। 

PHP in Hindi | Page: 647 | Format: PDF

BUY NOW GET DEMO REVIEWS