Integer Data Type in C: C Language हमें विभिन्न प्रकार के Data Types को अलग-अलग Store व Manage करने की सुविधा इसलिए Provide करता है, ताकि सारा काम Systematically हो सके और प्रोग्राम को विश्वसनीय व तेजी से Run होने वाला बनाया जा सके। सी भाषा में कुल चार तरह के Fundamental Data Types हैं, जिनमें से Integer Data Type का प्रयोग तब किया जाता है, जब हमें ऐसी संख्याओं के साथ Processing करनी होती है, जो कि पूर्ण अंक संख्याऐं ही होती हैं।
Integer
जब प्रोग्राम में सिर्फ पूर्णांक संख्याओं को Store करने के लिए ही Memory Reserve करनी होती है, तब Identifier को Integer प्रकार का Declare किया जाता है। इसमें भिन्नांक संख्याऐं नहीं हो सकती है। किसी Variable को Integer प्रकार का Declare करने के लिए Identifier के नाम के साथ int Keyword का प्रयोग करके C Compiler को बताया जाता है कि वह Identifier केवल पूर्णांक संख्याओं को ही Memory में Store कर सकेगा। int प्रकार के Identifier में हम + व – दोनों तरह के मान रख सकते हैं।
जब हम किसी Identifier को Declare करते समय किसी भी Modifier का प्रयोग नहीं करते हैं, तब Create होने वाला Identifier By Default signed होता है। इसलिए यदि हमें ऐसे मान को Store करने के लिए Identifier Create करना हो, जो Positive या Negative किसी भी प्रकार के मान को Store कर सकता है, तो हमें signed Keyword का प्रयोग करने की जरूरत नहीं होती है, लेकिन यदि हमें केवल Positive मान को Store करने के लिए ही Identifier Create करना हो, तो उस स्थिति में हमें Data Type के साथ unsigned Modifier का प्रयोग करना जरूरी होता है। ”सी” मे Integer प्रकार के Identifier को निम्न भागों में बांटा गया हैः
int OR signed int
यदि हम 16 – Bit Compiler का प्रयोग करते हैं, तो इस प्रकार का Identifier Memory में दो Byte का Storage Space Reserve करता है जबकि यदि हम 32 – Bit का Compiler Use करते हैं तो इस प्रकार का Identifier Memory में 4 Bytes का Storage Space Reserve करता है।
int प्रकार का Identifier 16 – Bit Compiler Use करने पर -32768 से 32767 मान तक की संख्या को स्टोर कर सकता है। जब Identifier के साथ – चिन्ह होता है या संख्या का मान ऋणात्मक हो सकता है, तो Identifier के साथ signed int लिखते हैं। जैसे
signed int total
लेकिन यदि हम signed Keyword का प्रयोग नहीं करते हैं तो भी int प्रकार का Identifier Negative Values को Hold कर सकता है। इस प्रकार के Data को Memory Space Allocate करने के लिए हमें निम्नानुसार Declaration करना होता हैः
signed int bankDues; or int bankDues;
unsigned int
यदि हम 16 – Bit Compiler का प्रयोग करते हैं तो इस प्रकार का Identifier (Variable or Constant) Memory में दो Byte का Storage Space Reserve करता है जबकि यदि हम 32 – Bit का Compiler Use करते हैं तो इस प्रकार का Identifier Memory में 4 Bytes का Storage Space Reserve करता है। इसमें int Keyword के पहले unsigned Keyword Use किया जाता है।
unsigned int प्रकार का Identifier 0 से 65535 तक के मान की संख्या को स्टोर कर सकता है, क्योंकि इसमें हमेंशा एक Positive पूर्णांक मान ही Store हो सकता है। इसलिये इसकी कुल क्षमता 32768 + 32767 = 0 से 65535 तक की संख्या Store हो जाती है। इस प्रकार के Data को Store करने के लिए हमें निम्नानुसार Declaration करना होता हैः
unsigned int villagePopulation;
short OR signed short int
जब हमें काफी छोटी संख्या को Store करने के लिए Memory Reserve करना होता है और Store की जाने वाली संख्या पूर्णांक ही होती है, तब Identifier के नाम के साथ short Modifier का प्रयोग करते है। यदि हम signed Modifier का प्रयोग ना भी करें, तो भी हम इस प्रकार के Identifier में Minus Sign के मान को Store कर सकते हैं।
लेकिन यदि हम चाहें तो short Keyword के साथ signed Modifier का प्रयोग भी कर सकते हैं। इस प्रकार का Identifier मेमोरी में हमेंशा 2 Byte की Storage Space Reserve करता है, फिर चाहे हम 16 – Bit Compiler Use कर रहे हों या 32 – Bit Compiler Use कर रहे हों। सामान्यतया short प्रकार के Identifier का प्रयोग तब किया जाता है, जब हम 32 – Bit Compiler को Use कर रहे होते हैं और हमें छोटे मान को Store करना होता है।
चूंकि 32 – Bit Compiler में Integer 4 Byte का होता है, इसलिए छोटी Integer संख्याओं को Store करने के लिए हम short प्रकार के Identifier को Use करके 2 Bytes की बचत कर सकते हैं। 16 – Bit Compiler में हम चाहे int Type का Identifier Declare करें या short Type का, दोनों ही Memory में 2 Byte का ही Storage Space Reserve करते हैं। इस प्रकार के Identifier को हम निम्नानुसार Declare कर सकते हैं:
signed short int normalTemprature; or
short int normalTemprature;
short Modifier का प्रयोग हमेंशा Integer प्रकार के Identifier के साथ ही किया जाता है, इसलिए यदि हम चाहें तो उपरोक्त दोनों Declaration निम्नानुसार बिना int Keyword का प्रयोग किए हुए भी कर सकते हैं:
signed short normalTemprature; or
short normalTemprature;
unsigned short int
जब हम 16 – Bit Compiler को Use करते हैं और हमें छोटी लेकिन केवल Positive संख्या को ही Computer में Store करने के लिए Storage Space Reserve करना होता है, तब हम unsigned short int प्रकार का Variable Declare करते हैं। ये Identifier भी Memory में 2 Bytes की Storage Space ही Reserve करता है और इसे Declare करने का तरीका signed short Type के Identifier को Declare करने के समान ही होता है। यानीः
unsigned short int salary; or
unsigned short salary;
long OR signed long int
जब हमें काफी बडी संख्या का प्रयोग करना होता है तब हम इस Data Type का चयन करते हैं। यह मेमोरी में 4 Byte की Storage Space Reserve करता है और -2,147,483,648 से 2,147,483,647 मान तक की संख्या को Store कर सकता है। इस Data Type का प्रयोग अक्सर वैज्ञानिक गणनाओं में किया जाता है जहां काफी बडी संख्याओं की गणना करनी होती है। इस प्रकार का Identifier Declare करने के लिए हम निम्न में से किसी भी तरीके को Use कर सकते हैं:
long velocity;
long int velocity;
signed long velocity;
signed long int velocity;
long प्रकार का Identifier हमेंशा By Default Integer प्रकार का ही होता है, इसलिए यदि हम long के साथ int Keyword प्रयोग नहीं भी करते हैं, तब भी Create होने वाला Identifier long int प्रकार का ही होता है।
unsigned long int
जब हमें काफी बडी लेकिन केवल धनात्मक संख्या को Store करने के लिए ही Memory में Storage Space Create करना होता है, तब हम इस Data Type को Use करते हैं। यह भी मेमोरी मे 4 Byte की Storage Space Reserve करता है, लेकिन इस प्रकार के Identifier में Minus की संख्या को Store नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार के Data Type के Identifier की संख्या Store करने की Limit 0 से 4,294,967,295 है। इस प्रकार का Identifier Define करने के लिए हम निम्न तरीकों से Statements को Use कर सकते हैं:
unsigned long population;
unsigned long int population;
Integer Data Type की तरह ही Floating व Double Data Type के बारे में भी बेहतर तरीके से जानना जरूरी है क्योंकि बडी व दसमलव वाली सभी संख्याओं को इन्हीं Data Types द्वारा Handle किया जाता है और विभिन्न प्रकार के अन्य Data Types के बारे में विभिन्न प्रकार के Real World Example Programs के माध्यम से सरल तरीके से समझने के लिए आप C Programming Language in Hindi पुस्तक को उपयोग में ले सकते हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के Data Types को न केवल सरल भाषा में समझाया गया है, बल्कि विभिन्न Data Types को Discuss करते समय Practical Programs के रूप में किसी न किसी Real World Example को Use किया गया है, जिससे Programming समझना काफी आसान हो गया है। (Integer Data Type in C)
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C Programming Language in Hindi | Page: 477 + 265 | Format: PDF