What is Function in C Language: जब हम बडे प्रोग्राम लिखते हैं, तब कई बार ये परेशानी आती है कि हमें एक ही काम को करने के लिए बार-बार कुछ Statements को लिखना पडता है। साधारण तौर पर इस बात को एक उदाहरण द्वारा समझें तो माना हमें पांच विधार्थीयों के कक्षा में प्राप्त कुल प्राप्तांकों का योग करना है, तो हर विधार्थी के अंकों के योग की गणना करने के लिए हमें पांच बार Program Codes लिखने होंगे। इस प्रकार से प्रोग्राम लिखने पर प्रोग्राम की लम्बाई पांच गुना बढ जाएगी और Program बहुत जटिल हो जाएगा।
इस समस्या से बचने के लिए हम Common Task Perform करने वाले सभी Program Codes को एक अलग से लिख देते हैं जिसका एक Specific Name होता है, और जब भी हमें कोई गणना करनी होती है, तो हम उस Sub-Program या Named Block of Codes को उपयोग में ले लेते हैं। इस प्रकार से किसी खास काम के Codes को प्रोग्राम में बार-बार ना लिख कर, उसे एक Named Block की तरह अलग से लिख लिया जाता है व आवश्यकता के अनुसार उपयोग में लिया जाता है। ये Named Block of Codes के रूप में लिखा गया Sub-Program ही Function कहलाता है।
Function का प्रयोग करके किसी प्रोग्राम को कई छोटे-छोटे भागों में बांटा जा सकता है। यानी हम ये भी कह सकते हैं, कि एक Function, प्रोग्राम Statements का एक समूह या Block होता है, जो एक विशेष काम के लिए बनाया जाता है। Function एक Black Box की तरह काम करता है। यह किसी भी अन्य Function से Data लेता है और व्यवस्था के अनुसार Value Return करता है। Function के अंदर लिखे गए Codes Invisible रहते हैं। main() Program में किसी Function में क्या प्रक्रिया हो रही ये किसी को पता नहीं चलता।
Functions को आवश्यकतानुसार बनाने व Use करने से कई लाभ होते हैं जिनमें से कुछ निम्नानुसार हैं:
- एक Function में बार-बार दोहराने वाले Statements का पूरा समूह लिख दिया जाता है और जब भी main() Program को उस Statement समूह की जरूरत होती है, तो उस Function को main() Program में Call कर लिया जाता है, जिससे main() Program की लम्बाई कम हो जाती है और गलतियों की सम्भावना कम हो जाती है।
- Functions समझने में आसान होते हैं। यदि किसी Function में कोई गलती होती है, तो हमें पूरा प्रोग्राम Check नहीं करना होता बल्कि केवल उसी Function को Debug करना पडता है।
- एक बार जो Function बना दिये जाते हैं उन Functions को एक अलग Source File में Save करके किसी अन्य प्रोग्राम में भी उपयोग में लाया जा सकता है। परिणामस्वरूप समान Code को किसी अन्य प्रोग्राम में Use करने के लिए हमें वापस उस Function को नहीं लिखना पडता। हम Functions की अपनी एक अलग Directory भी बना सकते हैं, जिसमें जरूरत के अनुसार Create किए गए विभिन्न Functions Store करके रख सकते हैं और उनका भविष्य में उपयोग कर सकते हैं।
Functions मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं:
Library Functions
ये वे Function होते हैं जो “C” में पहले से बना कर Header Files के रूप में रखे गए हैं। इन्हे लिखने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि इन्हे सीधे ही उपयोग में लिया जा सकता है। जैसे printf(), scanf(), cos(), sin(), आदि।
User Defined Functions
ये वे Functions होते हैं, जो एक Programmer अपनी आवश्यकता के अनुसार बनाता है और विभिन्न प्रोग्रामों में उपयोग में लेता है।किसी भी प्रोग्राम में main() एक अनिवार्य User Defined Function (UDF) होता है। हर “C” Program में Program Control सबसे पहले इसी main() Function को खोजता है और इसी के Statement Block का Execution करता है।
main() Function किसी भी प्रोग्राम में सिर्फ एक बार ही लिखा जाता है और बाकी के अन्य Functions, main() Function से बाहर लिखे जाते हैं। main() भी एक UDF है। एक User Defined Function किसी भी अन्य User Defined Function या Library Function को Call कर सकता है इसीलिए हम main() Function को भी किसी भी अन्य User Defined Function में Call कर सकते हैं, हालांकि हमें कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए न ही कभी ऐसा करने की जरूरत पडती है। (What is Function in C Language)
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C Programming Language in Hindi | Page: 477 + 265 | Format: PDF