WordPress Blog और Website या CMS में केवल एक ही मुख्य अन्तर है और वो ये है कि Blog के Content Time Dependent होते हैं, जबकि Web Site या CMS के Content, Time Dependent नहीं होते।
उदाहरण के लिए यदि हम “C” Programming Language की बात करें, तो C Language के Invention के समय इसमें जिस तरह से “for” Loop चलाया जाता था, आज भी उसमें Loop चलाने का तरीका वही है।
इसलिए यदि हम “C Programming Language” के Looping Concept को Clear करने के लिए कोई Article Create करें, तो वह Article एक प्रकार से Content Web Site या CMS का Web Page होना चाहिए।
जबकि यदि हम Current Prime Minister के बारे में कोई Article Create करें, तो वह Article Blog System का Web Page बनने ला;क होगा क्योंकि Prime Minister, Time Dependent है और हर पांच साल में बदल जाता है।
यानी जो Contents जैसे कि News Articles काफी तेजी से बदलते हैं, उन्हें Blog Posts के रूप में Create किया जाता है जबकि जो Contents लम्बे समय तक नहीं बदलते, उन्हें Web Site के Page की तरह Create किया जाता है।
लेकिन यदि थोडा गहराई से समझें, तो Blog के Posts व Web Site के Web Page में Technically कोई अन्तर नहीं होता। क्योंकि दोनों को ही Create करने के लिए Internally समान Technologies (HTML, CSS, JavaScript, PHP, etc…) का ही प्रयोग किया जाता है। जबकि Conceptually इन दोनों में काफी अन्तर है, जिनमें से कुछ निम्नानुसार हैं:
- यदि हम Regularly Time Dependent Content लिखते हैं, तो ये काम Blog System से बेहतर तरीके से हो सकता है। जबकि यदि हम कुछ Particular Products को Online Sell करते हैं और केवल उन Products की Description को ही Content के रूप में लिखते हैं, जो कि कभी-कभार ही Change या Append किए जाते हैं, तो फिर हमारे लिए CMS ज्यादा बेहतर रहता है।
- सामान्यत: Blogs को एक Single User ही Use करता है और Single Computer द्वारा ही Blog System को उपयोग में लेते हुए Regularly Time Dependent Content Create करता है। जबकि एक ही CMS का प्रयोग कई Authors कर सकते हैं और सभी अपना अलग-अलग Content Manage करने में सक्षम होते हैं।
- CMS को Use करने पर हर Web Site Visitor हमारी Web Site पर स्वयं का Account Register करके अपने स्वयं के Session Area में Login कर सकता है। जबकि Blogging System में Member Area नहीं होता।
- Blogging System में Post Create करना, उसे Database या File System में Store करना, Formatted Output Generate करना व विभिन्न Criteria के आधार पर उस Generated Output को Display करना जैसे कामों को ही मुख्य Priority के साथ किया जाता है।
- इनके अलावा जब किसी Blog में Content बहुत ज्यादा हो जाता है, तब उसमें Sorting, Searching, Selecting व Meta Data के आधार पर Content Presenting जैसे कामों को भी Blogging System के हिस्से के रूप में ही Define किया जाता है।
- ये सभी काम जब किसी Single User द्वारा किए जाते हैं, तब ये सभी काम Blogging System के हिस्से होते हैं लेकिन जब इन्हीं कामों को Multiple लोगों द्वारा किया जाता है, तो ये सभी काम Content Management System के हिस्से के रूप में Identify किए जाते हैं।
- Blogging Content में Author व Visitor दोनों का Comment या Feedback के माध्यम से 2-Way Interaction होता है, जबकि CMS Content के साथ Commenting या Feedback जैसा कोई System नहीं होता। परिणामस्वरूप Content Author व Visitor के बीच केवल 1-Way Interaction होता है।
- Content Management System के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के Content को Create, Store, Retrieve, Describe, Publish व Display किया जाता है। जबकि CMS के अन्तर्गत Multiple Authors अलग-अलग Content लिख सकते हैं और सभी का अपना अलग Member Area हो सकता है, जिस पर अलग-अलग Category में अलग-अलग User Register करके Login कर सकते हैं।
यहां हमने जिन सभी कामों को Discuss किया है, उन सभी कामों को हम WordPress में भी आसानी से कर सकते हैं। इसलिए WordPress केवल एक Blogging System ही नहीं बल्कि एक CMS भी है। क्योंकि WordPress में हम Time Dependent Posts भी Create कर सकते हैं और Time-Independent Pages भी Create कर सकते हैं।
Posts के साथ 2-Way Interaction के लिए Commenting System को On रख सकते हैं जबकि Pages के साथ Commenting System को अपनी इच्छानुसार Off रख सकते हैं।
WordPress का प्रयोग करके Multiple Authors समान Software में अलग-अलग Membership व Role के आधार पर अलग-अलग Content Develop कर सकते हैं। जबकि उन सभी के लिए अलग-अलग Visitors, अलग-अलग Member Area के लिए Register व Login भी कर सकते हैं।
यानी एक Content Management System को Conceptually जो-जो सुविधाऐं देनी चाहिए, WordPress वे सारी सुविधाऐं Provide करता है। इसके अलावा एक Blogging System में Conceptually जो-जो सुविधाऐं होनी चाहिऐं, वे सारी सुविधाऐं WordPress से बेहतर कोई भी अन्य Blogging Software Provide नहीं करता।
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Advance WordPress in Hindi | Page: 835 | Format: PDF