WordPress Permalink Settings

WordPress Permalink Settings – WordPress के Settings Panel के Permalinks Menu Option द्वारा हम WordPress Framework द्वारा Create किए जाने वाले हर Page/Post के Permalink Structure को Customize कर सकते हैं।

WordPress में हर Article Database की एक Row के रूप में Saved रहता है, इसलिए हर Article को Uniquely Identify करने के लिए उसके साथ एक ID Associate किया गया होता है और जब भी किसी Particular Article को Access करना होता है, WordPress उस Article के ID के माध्‍यम से ही उसे Access करता है।

हालांकि ये ID WordPress System के लिए तो सामान्‍य होता है, लेकिन Search Engines व Human Beings के लिए इन ID Based Articles का कोई ज्‍यादा उपयोग नहीं होता। इसलिए WordPress हमें ये सुविधा देता है कि हम WordPress के प्रत्येक Article को उसके ID से नहीं बल्कि उसके एक Permalink यानी एक Permanent Link से Represent कर सकें, जो कि Article का Slug यानी URL या Title Change कर देने के बाद भी Change नहीं होता।

साथ ही ये Permalinks न केवल Human Beings के लिए बल्कि Search Engines के लिए भी हमारे Article के Contents को ज्‍यादा बेहतर तरीके से Index करने में उपयोगी होता है। इसलिए हम हमारी जरूरत व इच्छा के अनुसार निम्न चित्र में दिए गए किसी भी Permalink Structure को Select कर सकते हैं:

WordPress Permalink Settings - Hindi

सामान्‍यत: यदि आप अपना Blog WordPress पर बनाते हैं, तो सबसे बेहतर Option के रूप में आपको “Post name” को ही अपने Blog के Permalink के रूप में Use करना चाहिए।

जबकि यदि आप Blogger जैसे किसी Platform से WordPress Blog पर Switch कर रहे हैं, तो उस स्थिति में आपके लिए “Month and name” Permalink Structure को Use करना ज्‍यादा बेहतर रहता है क्योंकि Blogger अपने सभी Articles को इसी Permalink Structure को Follow करते हुए Publish करता है।

इसलिए Blogger से WordPress पर Move करने पर यदि आप इस Permalink Structure को चुनते हैं, तो Search Engines में Indexed वे Articles जो कि आपने Blogger Blog पर लिखे थे, के Permalinks, WordPress पर Move होने के बाद भी समान ही रहते हैं। जिसकी वजह से Switching के कारण Broken Links की समस्या कम से कम पैदा होती है।

सामान्‍यत: “Post name” प्रकार के Permalink Structure को उपयोग में लेने का सबसे बडा फायदा ये होता है कि आप अपने हर Article के Permalink को ज्‍यादा आसान व छोटा बनाए रख सकते हैं। जिसकी वजह से यदि कोई अन्‍य व्‍यक्ति आपके WordPress Blog/Website के किसी Article को Backline करना चाहे] तो आसानी से कर सकता है। जबकि अन्‍य सभी Structures Backline के लिहाज से Type करने में थोडा Typical होने की वजह से लोगों द्वारा आपके किसी Article को Backline करना काफी असुविधाजनक हो जाता है।

इसी Permalinks Page पर हमें निम्नानुसार दो और Textboxes दिखाई देते हैं, जिनका प्रयोग करके हम हमारी Category या Tag के Base को एक निश्चित नाम दे सकते हैं:

WordPress Permalink Settings - Hindi

उदाहरण के लिए यदि हम चाहते हैं कि हमारे WordPress Blog के सभी Posts ebooks नाम की Category के अन्तर्गत दिखाई दें, जिन्हें https://www.bccfalna.com/ebooks/uncategorized/ URL के रूप में Access किया जा सके, तो इस जरूरत को पूरा करने के लिए हम “Category base” के रूप में निम्न चित्रानुसार “ebooks” को Specify कर सकते हैं:

WordPress Permalink Settings - Hindi

ठीक यही प्रक्रिया हम “Tag base” के लिए भी अपना सकते हैं व विभिन्न Tags को एक Tag Base के अन्तर्गत Access कर सकते हैं। हालांकि यदि हम चाहें तो इन दोनों Options को Use कर सकते हैं, लेकिन यदि हम इन्हें Use नहीं भी करते, तब भी कोई परेशानी वाली बात नहीं होती।

साथ ही जब हम Permalinks Menu Option Page पर होते हैं, तब इस बात को हमेंशा ध्‍यान रखना चाहिए कि हम यहां पर जो भी Customization करते हैं, वे सभी Customization हमें हमारी WordPress Website को Setup करते समय ही कर देने चाहिए।

यानी जब एक बार हम अपने WordPress System का प्रयोग करते हुए नए Articles लिखना शुरू कर देते हैं और वे Articles Search Engines द्वारा Index कर लिए जाते हैं, उसके बाद यदि हम अपने Permalink को Change करें, तो Search Engines के लिए हमारे WordPress System पर Publish किया गया हर Article एक नए Article की तरह Treat होने लगता है क्योंकि हर Article का Permalink Change होकर एक नया Permalink Setup हो जाता है।

परिणामस्वरूप जिन Articles को Search Engines ने पिछले Permalink Structure के माध्‍यम से Index किया होता है, उन सभी Articles के Permalinks एक प्रकार से Broken Link की तरह Treat होने लगते हैं।

फलस्वरूप हमारे Website पर Search Engines से आने वाला Traffic तब तक के लिए पूरी तरह से समाप्त हो जाता है, जब तक कि Search Engine हमारी WordPress Website के सभी Articles को उनके नए Permalink Structure के माध्‍यम से फिर से Re-Index न कर ले और ये काम करने में Search Engines को कम से कम 3 से 6 महीने का समय लगता है।

WordPress Media Manager
WordPress User Management

WordPress in Hindi - BccFalna.comये Article इस वेबसाईट पर Selling हेतु उपलब्‍ध EBook WordPress in Hindi से लिया गया है। इसलिए यदि ये Article आपके लिए उपयोगी रहा, तो निश्चित रूप से ये पुस्तक भी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। 

WordPress in Hindi | Page: 420 | Format: PDF

BUY NOW GET DEMO REVIEWS